Vitamin D in Monsoon: मानसून सीजन में हफ्तों तक नहीं होते सूरज के दर्शन, अब कैसे लें विटामिन D?
Vitamin D in Monsoon बारिश के मौसम में जहां घने बादलों का आसमान पर कब्जा रहता है। वहीं सूरज भी आंख मिचोली खेलते हुए कई दिनों इनके पीछे छिप जाता है। ऐसे में शरीर को सूरज से मिलने वाले नेचुरल विटामिन डी की मात्रा कम हो जाती है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको इसके कुछ उपाय बताने जा रहे हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vitamin D in Monsoon: विटामिन डी शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है हड्डियों को मजबूती देने का काम करता है। इसके अलावा मसल्स को काम करने के लिए भी विटामिन डी की जरूरत होती है। इतना ही नहीं विटामिन डी नसों के जरिए दिमाग से शरीर के बीच मैसेज ट्रांसफर करने में भी मदद करता है। स्ट्रॉन्ग इम्युनिटी के लिए भी विटामिन डी की जरूरत पड़ती है।
विटामिन डी कमी पूरी करने का सबसे आसान तरीका है सन एक्सपोजर। लेकिन बारिश के मौसम में जब हफ्तों तक घने बादल छाए रहते हैं और सूरज के दर्शन नहीं होते उस दौरान सूरज से विटामिन D कैसे लिया जाए, यह एक बड़ा सवाल है। इस आर्टिकल में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि बारिश के मौसम में विटामिन डी की कमी को कैसे पूरा करें।
बारिश में विटामिन D की कमी कैसे पूरी करें?
इस समय उत्तर भारत में मानसून सीजन चल रहा है। ऐसे में सूरज के दर्शन बहुत कम ही हो रहे हैं और उसकी रोशनी के सीधा संपर्क में आना भी कम हो गया है। लेकिन फिट रहने के लिए हर दिन विटामिन डी की जरूरत पड़ती है। ऐसे में इसके डेली डोज को पूरा करने के लिए कुछ अन्य उपाय भी हैं, जिसे अपनाया जा सकता है।
डाइट
डाइट के जरिए शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसके लिए फैटी मछली या फिश ऑयल को डाइट में शामिल करें। इसके अलावा कुछ ऐसे फूड्स भी हैं, जिनमें विटामिन डी की मात्रा कम होती है, लेकिन मानसून सीजन में यह आपके बड़े काम आ सकते हैं। इसके लिए अंडे का पीला भाग,मशरूम और पनीर खाएं।
सप्लीमेंट्स
अगर आप अपनी डाइट में विटामिन डी से भरपूर फूड्स को शामिल नहीं कर पा रहे हैं, तो ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
सप्लीमेंट्स कब लेना चाहिए?
बहुत से लोग बिना यह जाने कि उन्हें इसकी ज़रूरत है या नहीं, सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं। इसलिए पहले यह जांचना जरूरी है कि आपमें विटामिन डी की कमी है या नहीं। इसके लिए ब्लड टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपकी रिपोर्ट में इसकी जरूरत के बारे में जिक्र हो, तब भी सलाह दी जाती है कि सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और उनसे पूछें कि इन्हें दिन में कितनी बार लिया जा सकता है।
क्या विटामिन डी हानिकारक हो सकता है?
बहुत अधिक विटामिन डी लेना हानिकारक हो सकता है। खून में विटामिन डी का बहुत अधिक स्तर मतली, उल्टी, मांसपेशियों में कमजोरी, दर्द, भूख न लगना, डिहाइड्रेशन, अत्यधिक पेशाब और प्यास और गुर्दे की पथरी का कारण भी बन सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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