अपने घर से इन 3 चीजों को तुरंत फेंक दें बाहर, सेहत को बड़े खतरे से बचा लेगी डॉक्टर की सलाह
आजकल के बिजी लाइफस्टाइल में हम अपने घरों को सुविधाजनक और आरामदायक बनाने के लिए कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो हमारी सेहत के लिए बेहद जानलेवा (Toxic Household Items) हो सकती हैं? जी हां हार्वड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. ने कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया है जिन्हें तुंरत घर से बाहर फेंक देना चाहिए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Toxic Household Items: आज के समय में हमारे रहन-सहन का तरीका पहले से काफी बदल गया है। हम अपने घरों को आरामदायक और मॉडर्न बनाने के लिए तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें जो हमें सामान्य लगती हैं, वे हमारी सेहत के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं?
हार्वड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी की मानें, तो घर में मौजूद कुछ चीजों को तुरंत हटा देना चाहिए (Items To Throw Away For Better Health), क्योंकि ये हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनमें रेगुलर सेंटिड कैंडल्स, प्लास्टिक कटिंग बोर्ड और स्क्रैच्ड नॉन स्टिक पैन शामिल हैं। आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि ये हमारी सेहत के लिए कैसे हानिकारक हो सकते हैं।
रेगुलर सेंटिड कैंडल्स (Regular Scented Candles)
सेंटिड कैंडल्स यानी सुगंधित मोमबत्तियां घर की खुशबू को बढ़ाने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाती हैं। इनकी महक हमें आराम और सुकून का एहसास देती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कैंडल्स हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं?
बता दें, ज्यादातर सेंटिड कैंडल्स पैराफिन वैक्स से बनी होती हैं, जो पेट्रोलियम के बाय प्रोडक्ट के रूप में हासिल होता है। जब इन कैंडल्स को जलाया जाता है, तो ये हवा में टॉल्यून और बेंजीन जैसे हानिकारक रसायन छोड़ती हैं। ये रसायन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
इसके अलावा, इन कैंडल्स में इस्तेमाल होने वाले आर्टिफिशियल फ्रेगरेंस भी एलर्जी और सांस से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। डॉक्टर की सलाह है कि अगर आप सेंटिड कैंडल्स का इस्तेमाल करना ही चाहते हैं, तो बीजवैक्स या सोयाबीन वैक्स से बनी कैंडल्स चुनें, जो नेचुरल और सेहत के लिए सुरक्षित होती हैं। साथ ही, आप घर में खुशबू को बनाए रखने के लिए नेचुरल तरीकों जैसे एसेंशियल ऑयल डिफ्यूजर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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प्लास्टिक कटिंग बोर्ड (Plastic Cutting Board)
प्लास्टिक कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है। यह सस्ता, हल्का और आसानी से उपलब्ध होने वाला प्रोडक्ट है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है? प्लास्टिक कटिंग बोर्ड पर चाकू से कटने के निशान पड़ जाते हैं, जिनमें खाने के कण फंस जाते हैं। ये कण बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनते हैं, जो खाने के जरिए हमारे शरीर में पहुंच सकते हैं। इससे पेट संबंधी समस्याएं और इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा, प्लास्टिक कटिंग बोर्ड में हानिकारक रसायन जैसे बिस्फेनॉल ए (BPA) और फथालेट्स हो सकते हैं, जो खाने में मिलकर हमारे शरीर में एंट्री ले सकते हैं। ये केमिकल्स हार्मोनल इंबैलेंस, मोटापा और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। डॉक्टर की सलाह है कि प्लास्टिक कटिंग बोर्ड की जगह आप लकड़ी या बांस के बने कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें, जो प्राकृतिक होते हैं और बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं।
स्क्रैच्ड नॉन-स्टिक पैन (Scratched Non-Stick Pan)
नॉन स्टिक पैन आजकल हर किचन में पाया जाता है। यह खाना पकाने को आसान बनाता है और तेल के इस्तेमाल को कम करता है, लेकिन जब नॉन स्टिक पैन पर खरोंच आ जाती है, तो यह हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। नॉन स्टिक कोटिंग में पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (PTFE) नामक रसायन होता है, जो गर्म होने पर जहरीले धुएं छोड़ सकता है। ये धुएं सांस के जरिए हमारे शरीर में पहुंचकर फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं, जिसे 'पॉलिमर फ्यूम फीवर' कहा जाता है।
इसके अलावा, नॉन स्टिक कोटिंग में पर्फ्लुओरोऑक्टेनोइक एसिड (PFOA) नामक रसायन भी होता है, जो कैंसर और थायरॉइड जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। डॉक्टरों की सलाह है कि अगर आपके नॉन स्टिक पैन पर खरोंच आ गई है, तो उसे तुरंत बदल दें। इसकी जगह स्टेनलेस स्टील या कास्ट आयरन के बर्तनों का इस्तेमाल करना बेहतर होगा, जो न सिर्फ सेहत के लिए सुरक्षित हैं, बल्कि लंबे समय तक चलने वाले भी होते हैं।
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