Unhealthy Gut Signs: इन लक्षणों के न करें नज़रअंदाज वरना आंत की सेहत पर पड़ सकता है असर!
Unhealthy Gut Signs तनाव का स्तर कम नींद प्रोसेस्ड फूड मीठा खाना और एंटीबायोटिक्स लेना यह सभी हमारे आंत माइक्रोबायोम को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह बदले में हमारे स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं जैसे ब्रेन हार्ट इम्यून सिस्टम स्किन और हार्मोन के स्तर व पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता को कमजोर करते हैं। तो आइए जानें कि आंत अगर हेल्दी नहीं है तो इसके संकेत कैसे होते हैं?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Unhealthy Gut Signs: अगर आप अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं से गुजरते हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। हर साल न जाने कितने लोग बॉवेल सिंड्रोम से लेकर गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स बीमारी से प्रभावित होते हैं। कई कारक आपके पेट के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, जैसे आपके जीन्स और शरीर की बनावट।
कुछ ऐसे भी कारण होते हैं, जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं, जैसे तनाव और आपकी लाइफस्टाइल। जब आपकी आंत ठीक से काम करती है, तो बैक्टीरिया का एक अच्छा संतुलन शरीर में बना रहता है। जिससे शरीर खाने से ऊर्जा प्राप्त कर पाता है, विषाक्त पदार्थों को साफ करता है, बीमारी से लड़ने के साथ मूड बेहतर बना रहता है। हेल्दी गट होने से आप दस्त, कब्ज, गैस, सूजन और पेट दर्द जैसे लक्षणों से नहीं जूझते हैं।
खराब गट हेल्थ के लक्षण कैसे होते हैं?
गैस्ट्रिक समस्याएं
सूजन, गैस और एसिडिटी जैसी सामान्य समस्याओं का मतलब साफ है कि आपकी आंत ठीक से काम नहीं कर रही है, इसलिए, इसे तुरंत इलाज की आवश्यकता है।
ऑटोइम्यून डिजीज़
खराब आहार और शरीर में ज्यादा सूजन के स्तर के कारण लीक होने वाली आंत कई ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे टाइप-1 डायबिटीज, रूमेटाइड गठिया और सोरायसिस जैसी अन्य बीमारियों का खतरा पैदा कर सकती है।
ज्यादा मीठा खाने का मन करना
अगर आपका दिल ज्यादा चीनी या मीठा खाने का करता रहता है, तो इसका मतलब है कि आपकी आंत की सेहत ठीक नहीं है। इससे आपको और परेशानियां भी हो सकती हैं।
वज़न कम न कर पाना
जब आपकी आंत असंतुलित होती है, तो आपके शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने, फैट जमा करने और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। वजन घटना या बढ़ना बैक्टीरिया की अधिकता या पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकता है।
थकान महसूस होना
लंबे वक्त तक थकान से पीड़ित लोगों की आंत की सेहत ठीक नहीं होती। एक अध्ययन में पाया गया कि थकान से पीड़ित लगभग आधे लोगों में आईबीएस की समस्या थी।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
हमारे लगभग 70% इम्यून सेल्स हमारी आंत में रहते हैं इसलिए, हेल्दी इम्यून सिस्टम के लिए, हमें अपने पेट के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इससे हमें संक्रमण का खतरा कम होगा और बाकी बीमारियों से भी बचे रहेंगे।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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