स्मरणशक्ति बढ़ाने के लिए वरदान साबित होता है सिद्धासन, जानें करने का तरीका
प्राचीन समय से स्मरणशक्ति बढ़ाने के लिए ध्यान योग किया जाता रहा है। योग करने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर अनुकलू प्रभाव पड़ता है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में लोगों को भूलने की आदत बढ़ गई है। इससे लोग परेशान रहते हैं। इसके कई कारण हैं, जिनमें तनाव और अनिद्रा प्रमुख हैं। साथ ही शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी स्मरणशक्ति कमजोर होने लगती है। खासकर बच्चों में यह शिकायत अधिक रहती है। प्राचीन समय से स्मरणशक्ति बढ़ाने के लिए ध्यान योग किया जाता रहा है। योग करने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर अनुकलू प्रभाव पड़ता है। योग के कई प्रकार हैं। इनमें एक सिद्धासन है। इसे करने से स्मरणशक्ति और एकाग्रता बढ़ती है। साथ ही सिद्धासन के कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि सिद्धासन कैसे किया जाता है और इसके फायदे क्या हैं-
सिद्धासन योग क्या है
सिद्धासन दो शब्दों सिद्ध और आसन से मिलकर बना है। सिद्ध अर्थात पूर्ण है। अतः इस योग को करने से व्यक्ति सभी तरह से सिद्ध अवस्था में पहुंच जाता है, जिससे व्यक्ति की चेतना जागृत हो जाती है। इससे न केवल तनाव और अवसाद से मुक्ति मिलती है, बल्कि स्मरणशक्ति भी बढ़ती है।
सिद्धासन योग कैसे करें
इसके लिए सबसे पहले समतल भूमि पर योग मैट या दरी बिछा लें। अब सूर्य की तरफ मुखकर दण्डासन मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद अपने पैरों को एक दूसरे एड़ी पर रखें। शरीर को एक सीध में रखें और शरीर को आराम दें। जबकि अपने दोनों हाथों को ज्ञान मुद्रा में रख ध्यान करें। इस आसन को रोजाना जरूर करें। आप चाहे तो इसे दोनों समय सुबह और शाम में कर सकते हैं।
सिद्धासन के फायदे
-इस योग को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जबकि पेट संबंधी सभी विकार दूर होते हैं।
-दिमाग तेज होता है। साथ ही तनाव और अवसाद से छुटकारा मिलता है। विशेषज्ञ बच्चों को सिद्धासन करने की सलाह देते हैं।
-इस आसन को करने से ह्रदय और सांस संबंधी बीमारियों में भी बहुत आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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