World Pneumonia Day 2022: दिल के दौरे का कारण बन सकता है निमोनिया, जानें कैसे होते हैं इसके लक्षण...
World Pneumonia Day 2022 रिसर्च में पाया गया है कि निमोनिया की बीमारी आगे चलकर दिल के दौरे का कारण भी बन सकती है। चिंता की बात यह है कि हार्ट अटैक का ख़तरा अगले 10 सालों तक बना रहता है। तो आइए जानें इसके बारे में विस्तार से।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Pneumonia Day 2022: निमोनिया एक घातक बीमारी है, जिसके बारे में ज़्यादा तक वाकिफ नहीं हैं। इसलिए हर साल लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए 12 नवंबर को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है। निमोनिया फेफड़ों से जुड़ा का एक आम इंफेक्शन है, जो बैक्टिरिया या वायरस के कारण हो सकता है। यह बीमारी आम ज़रूर है, लेकिन इसे हल्के में लेने की ग़लती कभी न करें। निमोनिया से हर साल कई लोगों की मौत होती है। खासतौर पर कोरोना वायरस के इस दौर में, जहां ये वायरस सीधे फेफड़ों पर ही अटैक करता है। कोविड-19 की वजह से भी कई लोगों को निमोनिया हुआ, जिससे उनकी रिकवरी मुश्किल हो गई।
हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया कि निमोनिया से दिल के दौरे का जोखिम भी बढ़ाता है। ऐसा तुरंत नहीं होता, बल्कि निमोनिया के निदान के एक महीने बाद इसका ख़तरा बढ़ता है, जो एक दशक तक क़ायम रहता है। तो आइए जानें इससे जुड़े लक्षणों के बारे में...
दिल का दौरा क्या है?
हार्ट अटैक दिल की बीमारी का सबसे आम रूप है। यह तब विकसित होता है, जब हमारे हृदय की रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थ जमा हो जाते हैं - विशेष रूप से कोरोनरी धमनियां जो हृदय को रक्त की आपूर्ति करती हैं। रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमने के पीछे कई कारण होते हैं, जिसमें डाइट, लाइफस्टाइल और जेनेटिक्स शामिल हैं। रक्त वाहिकाओं में किसी भी पदार्थ का जमना ख़तरनाक है, क्योंकि इससे दिल और दूसरे अंगों तक जा रहे रक्त में रुकावट पैदा होती है। ब्लड सप्लाई के रुकने से स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ता है।
निमोनिया और दिल के दौरे में क्या कनेक्शन है?
निमोनिया एक ऐसा संक्रमण है जिसकी वजह से पूरे शरीर में सूजन यानी इंफ्लेमेशन पैदा होती है। इंफ्लेमेशन की वजह से दूसरी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं, जिसमें दिल का दौरा शामिल है।
क्या यह ख़तरा सिर्फ दिल के मरीज़ों में ही मुमकिन है?
यह जोखिम सिर्फ दिल के मरीज़ों तक ही सीमित नहीं है। निमोनिया से पूरे शरीर में सूजन पैदा होती है, जो दिल के दौरे का ख़तरा किसी में भी बढ़ा सकती है। सूजन हमारे शरीर में सभी प्रकार की प्रणालियों के सामान्य कार्य में हस्तक्षेप कर सकती है - विशेष रूप से हृदय। जो दिल के दौरे को निमोनिया की सबसे आम जटिलताओं में से एक बनाता है।
निमोनिया में दिल के दौरे से जुड़े लक्षण कैसे हो सकते हैं?
1. मरीज़ को लंबे समय तक ICU में भर्ती रहने की ज़रूरत पड़ रही हैं।
2. जिन मरीज़ों के 30 फीसदी फेफड़े प्रभावित होते हैं।
3. जिन मरीज़ों का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
4. जिन मरीज़ों में इंफ्लेमेशन उच्च हो।
5. जो मरीज़ वेंटीलेटर स्पोर्ट पर हों।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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