Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rapid Weight Loss: गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है तेज़ी से वज़न कम होना

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Wed, 18 Aug 2021 11:25 AM (IST)

    Rapid Weight Loss कभी सही डाइट और नॉर्मल लाइफ के बावजूद अगर आपका वज़न तेज़ी से कम हो रहा है तो मामला गंभीर भी हो सकता है। अगर 4-5 महीने में पांच किलो तक वज़न कम हो गया हो तो फिर ये किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है।

    Hero Image
    गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है तेज़ी से वज़न कम होना

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Rapid Weight Loss: हम में से ज़्यादातर लोग वज़न कम करने या फिर वज़न को नियंत्रित रखने की जद्दोजेहद में लगे रहते हैं। एक हेल्दी इंसान का सही वज़न उसकी लंबाई और उम्र के अनुसार निर्धारित किया जाता है। कई वजहों से वज़न घटता और बढ़ता भी रहता है। जैसे कभी आप बीमार पड़ गए, या फिर ज़िंदगी एकदम से हेक्टिक हो जाए, तो कई लोगों का ऐेसे में वज़न कम हो जाता है। लेकिन कभी लाइफ नॉर्मल, सही डाइट के बावजूद अगर आपका वज़न तेज़ी से कम हो रहा है, तो मामला गंभीर भी हो सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खासतौर पर अगर 4-5 महीने में पांच किलो तक वज़न कम हो गया हो तो फिर ये किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है। अगर तेज़ी से वज़न कम हुआ है, तो इसके पीछे हो सकते हैं ये 6 बीमारियां हो सकती हैं।

    तनाव का होना

    आमतौर पर तनाव होने पर या तो व्यक्ति को ज़्यादा भूख लगने लगती है या फिर कम। अगर कम खाते हैं, तो शरीर को ज़रूरी ऊर्जा नहीं मिल पाती। ऐसे में शरीर पहले से जमा फैट्स का उपयोग करने लगता है और इंसान का वज़न तेज़ी से कम हो जाता है।

    हाइपो-थाइरॉयड के संकेत

    जो लोग हाइपो-थाइरॉयड से पीड़ित हो जाते हैं, उनका वज़न तेज़ी से कम होता है। इसके अलावा वे थकान, सिरदर्द, ज़्यादा भूख लगना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी जैसे लक्षणों के साथ वज़न तेज़ी से कम होना हाइपोथाइरॉयड का संकेत हो सकता है। वहीं, अगर आपका वज़न तेज़ी से बढ़ा है, तो इसके पीछे हाइपर-थाइरॉयड हो सकता है। इसके लिए फौरन डॉक्टर से मिलें और ब्लड टेस्ट कराएं।

    मानसिक स्वास्थ्य

    तेज़ी से वज़न कम होने के पीछे कमज़ोर मानसिक स्वास्थ्य भी हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है या फिर परेशान है, तो वो भी वज़न का तेज़ी से बढ़ना या फिर गिरने का अनुभव कर सकता है।

    डायबिटिज़ की जोखिम

    अगर आपको बार-बार प्यास और भूख लगती है, साथ ही थका-थका भी महसूस करते हैं। पेशाब के लिए बार-बार जाना पड़ता है और वज़न भी तेज़ी घट रहा है, तो यह डायबिटीज़ के संकेत भी हो सकते हैं। डायबिटीज़ में ब्लड शुगर स्तर नियंत्रण में नहीं रहता और यह शुगर पेशाब के ज़रिए शरीर से बाहर निकल जाती है। जिसकी वजह से ज़्यादा एनर्जी खर्च होती है और वज़न तेज़ी से गिरता है।

    कैंसर का ख़तरा

    कैंसर भी एक ऐसी बीमारी है जिसके शुरुआती लक्षणों में वज़न का तेज़ी से गिरना शामिल है। इसकी वजह यह है कि कैंसर कोशिकाएं तेज़ी से बढ़ती हैं और इसके लिए उन्हें भारी मात्रा में ऊर्जा की ज़रूरत होती है।

    आंतों से जुड़ी बीमारी

    कई बार पेट और आंत संबंधी बीमारियों में शरीर खाने का पूरी तरह से फायदा नीं उठा पाता। यानी आप जो खा रहे हैं, शरीर उसका सही तरह से प्रयोग नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि वज़न घटने लगता है।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।