मधुमेह से पीड़ित मरीज़ इन 5 नियमों का पालन कर रह सकते हैं हेल्दी
मोटापा बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल खराब लाइफस्टाइल अनहेल्दी खानपान की आदत जैसी और कई दूसरी चीज़ें आपको बना सकती हैं डायबिटीज़ का शिकार। तो इन आदतों को आज ही छोड़ दें और अगर पहले से ही इस बीमारी से पीड़ित हैं तो इन आदतों को आज से ही अपना लें।

अपने ब्लड शुगर लेवल में अक्सर होते रहने वाले उतार-चढ़ाव को लेकर चिंतित हैं? तो बेशक ये नजरअंदाज करने वाली समस्या नहीं लेकिन परेशान होने के बजाय इसे लेकर सचेत हो जाए। खानपान से लेकर खुद को फिट रखने की कोशिश करें। तनाव लेकर आप उलटा कई दूसरी परेशानियों को दावत दे सकते हैं। एबॉट (Abbott) के न्यूट्रीशन मेडिकल एंड साइंटिफिक अफेयर्स के एसोसिएट डायरेक्टर, डॉ. गणेश काधे ने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के 6 जरूरी टिप्स बताए हैं। जिन्हें अपनाकर हेल्दी बने रहना कोई मुश्किल टास्क नहीं।
1. सही खाएं और नियमित व्यायाम करें
डायबिटीज होने पर आपके भोजन के विकल्प बहुत मायने रखते हैं। हर ढाई से तीन घंटे पर कुछ न कुछ खाते रहें और दोनों मुख्य भोजन में 4-5 घंटे से अधिक का अंतराल न रखें। लगातार समय पर भोजन और स्नैक्स खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। अपने हर भोजन में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले (जीआई) खाद्य पदार्थ, जैसे कि साबुत गेहूं, ब्राउन राइस, ओट्स आदि शामिल करें। सफेद ब्रेड, नूडल्स, सफेद चावल आदि चीज़ों से बचें, क्योंकि वे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ा सकते हैं।
रक्त शर्करा का स्तर सामान्य बनाए रखने के लिए नियमित शारीरिक व्यायाम करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। लेकिन व्यायाम से पहले और बाद में अपने रक्त शर्करा के स्तर की जांच करें और अगर आपका रक्त शर्करा का स्तर बहुत अधिक या बहुत कम है तो व्यायाम करने से बचें।
2. अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित करें
मधुमेह “अच्छे” कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करता है और ट्राइग्लिसराइड और “खराब” कोलेस्ट्रल का स्तर बढ़ाता है। इससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण भी आगे चल कर मधुमेह की जटिलता पैदा हो सकती है, जिसे डायबिटिक डिस्लिपिडेमिया के रूप में जाना जाता है। इसके फलस्वरूप धमनियां बंद हो सकती हैं और कोरोनरी जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। फास्ट फूड, बर्गर, पिज्जा, तले हुए स्नैक्स आदि फूड आइटम्स से दूर रहें। ये आहार आपके एलडीएल कोलेस्ट्रल को बढ़ा देते हैं।
3. अपने रक्त शर्करा के स्तर की नियमित जांच करें
मधुमेह के रोगी के लिए यह रक्त शर्करा का ही स्तर है जो यह बताता है कि उसके रक्त में उच्च मात्रा में रक्त शर्करा (हाइपरग्लेसेमिया) या रक्त शर्करा का निम्न स्तर (हाइपोग्लाइसीमिया) है। दोनों ही बेहद खतरनाक हैं। अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियमित अंतराल पर जांचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आपके हाथ में ग्लूकोमीटर हो। साल में दो बार एचबीए1सी की जांच कराएं। एचबीए1सी (हीमोग्लोबिन एआईसी) एक साधारण रक्त परीक्षण है जो यह मापता है कि समय के साथ आपकी मधुमेह कितनी अच्छी तरह प्रबंधित है। इसका उद्देश्य आपके औसत रक्त शर्करा के स्तर को मापने और यह देखने के लिए है कि यह आवश्यक सीमा के भीतर रहा है या नहीं। आपका मधुमेह कितनी अच्छी तरह नियंत्रित है, इसके आधार पर यह परीक्षण साल में दो बार या तीन महीने में एक बार कराना महत्वपूर्ण है।
4. अपनी दवाएं नियमित रूप से लेते रहें
मधुमेह को अच्छी तरह नियंत्रण में रखने के लिए समय पर निर्धारित दवाएं लेते रहना बहुत जरूरी है। दवा की कमी से मधुमेह से संबंधित कई तरह की दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती है।
5. अतिरिक्त वजन को घटाएं
मोटापा मधुमेह के सबसे बड़ी वजहों में से एक है। मोटापा आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बढ़ा देता है, जिससे हृदय रोग की संभावना बढ़ जाती है।
Pic credit- unsplash
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।