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    Obesity: मोटापा बढ़ा सकता है पुरुषों में इनफर्टिलिटी का खतरा, जानें इस समस्या से कैसे निपटें

    By Swati SharmaEdited By: Swati Sharma
    Updated: Wed, 18 Oct 2023 02:30 PM (IST)

    मोटापा एक बीमारी है जो अन्य दूसरी बीमारियों का कारण भी बन सकती है। इससे हार्ट डिजीज डायबीटिज हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन इन बीमारियों के साथ ही मोटापा पुरुषों में इनफर्टिलिटी का कारण भी बन सकता है। इसलिए मोटापे से बचना और भी ज्यादा जरूरी होता है। जानें कैसे मोटापा पुरुषों में इनफर्टिलिटी का कारण बन सकता है और इससे बचाव कैसे कर सकते हैं।

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    मोटापे के कारण हो सकती है पुरूषों में इनफर्टिलिटी

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। ओबेसिटी (Obesity) यानी मोटापा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपके शरीर में बहुत ज्यादा फैट इकट्ठा हो जाता है। बॉडी में फैट होना कोई बीमारी नहीं होती, लेकिन इस वजह से शरीर ठीक से फंक्शन नहीं कर पाता और सेहत खराब होने लगती है। मोटापा कई बीमारियों का कारण भी होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि पुरुषों में मोटापा इनफर्टिलिटी (Male Infertility) के खतरे को बढ़ाता है।

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    ओबेसिटी के कारण शुक्राणुओं (Sperms) की संख्या कम हो जाती है और उनकी मोबीलिटी में भी कमी आ जाती है। इस वजह से कंसीव करने में दिक्कत होती है। मोटापे के कारण हार्मोनल बदलाव भी होते हैं, जिस वजह से शुक्राणु बनाने की प्रक्रिया में खलल पड़ता है। इस कारण से भी पुरुषों में इनफर्टिलिटी हो सकती है। आइए जानते हैं क्या हो सकते हैं मोटापे के कारण और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।

    क्यों होता है मोटापा?

    जब बॉडी कैलोरी को बर्न नहीं कर पाती, तब वह फैट बनकर शरीर में इकट्ठी होने लगती है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं। आइए जानते हैं इसके क्या कारण हो सकते हैं।

    • अनहेल्दी डाइट मोटापे का सबसे बड़ा कारण है। ज्यादा प्रोसेसड फूड आइटम्स खाने से आपके शरीर में कैलोरी इकट्ठी होने लगती है। ज्यादा तला हुआ या मसालेदार खाना भी कैलोरी लेवल को बढ़ाता है।
    • इनएक्टिव लाइफस्टाइल के कारण बॉडी सभी कैलोरी को बर्न नहीं कर पाती और वह शरीर में इकट्ठा होने लगती है। जिस वजह से बीएमआई बढ़ता है।
    • साइकोलॉजिकल फैक्टर भी मोटापे के पीछे का एक बहुत बड़ा कारण है। एंग्जायटी, डिप्रेशन, बोरियत, अकेलापन इन कारणों से भी हम कई बार जरूरत से ज्यादा खाने लगते हैं और मोटापे का शिकार हो सकते हैं।
    • जेनेटिक कारणों से भी मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। आपका मेटाबॉलिज्म जेनेटिक कारणों से भी स्लो हो सकता है। इस वजह से कैलोरी बर्न होने में समय लगता है या आप थोड़ा खाना भी खाते हैं, तो भी वजन बढ़ता रहता है।
    • हार्मोन में बदलाव होने के कारण भी कई बार आपका मन खाने का करता रहता है। आपको खाने की  जरूरत नहीं होती तब भी खाने की इच्छा होती रहती है। इस कारण आप ज्यादा खा लेते हैं और आपका वजन बढ़ जाता है।

    कैसे कर सकते हैं बचाव?

    मोटापे से बचना, उसका इलाज करने से ज्यादा आसान है। एक बार मोटापे का शिकार हो जाने पर इसका इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए इससे बचना ही ज्यादा फायदेमंद उपाय है। कुछ बातों को ध्यान में रख कर मोटापे से बचा जा सकता है।

    एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज आपके बॉडी फैट को बर्न करने में मदद करता है। जिस वजह से मोटापे का खतरा कम होता है। रोज 30 मिनट वॉकिंग, रनिंग, स्विमिंग, योग आदि करना मददगार साबित हो सकती है।

    हेल्दी डाइट- हरी सब्जियां, फल, नट्स, दूध, दही, पनीर, होल ग्रेन आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। फास्ट फूड, तेल, मसालों को कम खाने की कोशिश करें। प्रोसेसड फूड खाने से बचने के लिए आप हेल्दी स्नैक्स जैसे मखाने, मिक्स ट्रेल, को अपने पास रख सकते हैं, जिससे क्रेविंग होने पर आप बाहर का अनहेल्दी खाना नहीं खाएंगे।

    एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं- स्क्रीन टाइम कम करें, बाहर घुमने जाएं, वॉक करें, अपने फेवरेट आउटडोर गेम खेलें। इससे आपकी लाइफस्टाइल एक्टिव बनेगी और आपकी कैलोरी भी बर्न होगी।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Courtesy: Freepik

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