Non-Stick Pan Side Effects: नॉन स्टिक बर्तनों में खाना पकाना है खतरनाक, कैंसर समेत हो सकती हैं ये बीमारियां
मौजूदा समय में न सिर्फ लोगों का किचन मॉड्यूलर हो गया है बल्कि खाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बर्तन भी काफी बदल चुके हैं। इन दिनों लोगों के बीच नॉन-स्टिक बर्तनों का क्रेज काफी बढ़ गया है। लेकिन ये बर्तन आपको जानलेवा बीमारियों की तरफ धकेल रहे हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। इन दिनों लोग अपनी सेहत को लेकर काफी सजग और सतर्क हो गए हैं। स्वस्थ रहने के लिए लोग न सिर्फ हेल्दी डाइट ले रहे हैं, बल्कि कम तेल और बिना मिर्च- मसाले का सादा खाना पसंद कर रहे हैं। सेहत की लेकर बढ़ी इसी सतर्कता के चलते ज्यादातर लोग आजकल नॉन-स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल करने लगे हैं। दरअसल, नॉन स्टिक पैन आदि में खाना बनाने के लिए काफी कम मात्रा में तेल की जरूरत पड़ती है। इतना ही नहीं दूसरे बर्तनों की तुलना में नॉन-स्टिक बर्तनों साफ करना भी काफी आसान होता है।
ऐसे में लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ती जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेहतमंद रहने के लिए आप जिन नॉन-स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वही बर्तन आपको गंभीर बीमारियों का शिकार भी बना सकते हैं। चलिए जानते हैं नॉन-स्टिक बर्तनों में बने खाने के नुकसानों के बारे में-
इनफर्टिलिटी की वजह बन सकता है नॉन स्टिक पैन
नॉन स्टिक बर्तनों में सिंथेटिक पॉलीमर पाएं जाते हैं, जिसे पॉलीटेट्रा फ्लूरोएथिलिन कहा जाता है। आम भाषा में इसे टेफ्लॉन के नाम से भी जाना जाता है। नॉन स्टिक पैन में तेज आंच पर खाना पकाने से टेफ्लॉन से निकलने वाले हानिकारक केमिकल्स की वजह से इनफर्टिलिटी और हार्ट प्रॉब्लम जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
आयरन की हो सकती है कमी
नॉन स्टिक बर्तनों में पका खाना खाने से आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। शरीर में आयरन की कमी से भी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से एनीमिया जैसी कई बीमारियों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
कैंसर के हो सकते हैं शिकार
नॉन स्टिक पैन में बने खाने को खाने से आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के भी शिकार हो सकते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, नॉन-स्टिक बर्तनों के ज्यादा इस्तेमाल से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
किडनी की समस्या
नॉन स्टिक बर्तनों को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इन बर्तनों में खाना बनाने से यह केमिकल्स आपके खाने में मिल जाते हैं और इसे खाने से आपको किडनी की समस्या भी हो सकती है।
कॉग्निटिव डिसऑर्डर का डर
खाना बनाने के लिए लगातार नॉन स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल आपके दिमाग पर भी असर कर सकता है। नॉन स्टिक बर्तनों में पका खाना खाने से कॉग्निटिव डिसॉर्डर की समस्या भी हो सकती है।
प्रतिरोधक क्षमता होती है कमजोर
नॉन स्टिक बर्तनों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स आपकी पाचन शक्ति को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसकी वजह से आपको पाचन संबंधी परेशानी भी हो सकती है, जिससे आपकी इम्युनिटी कमजोर होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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