Newborn Feeding Schedule: पहली बार मां बनी हैं तो जानिए न्यू बॉर्न बेबी का फीडिंग शड्यूल कैसा हो
Feeding Schedule for Newbornबच्चे को कब फीडिंग करानी है कब बच्चा भूखा है यह सब आपको पता रखना है। न्यू बॉर्न बेबी की उम्र जैसे-जैसे बढ़ने लगती है उसकी फीडिंग की जरूरत भी बदलती रहती है। बच्चे के संकेतों को देखकर उसी भूख का पता लगाएं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Feeding schedule for newborn:पहली बार मां बनी हैं तो आपके लिए न्यू बॉर्न बेबी के साथ उसकी देखभाल और उसकी फीडिंग की जिम्मेदारी भी है। घर में बुजुर्ग रहे तो सब कुछ आसानी से हेंडल हो जाता है, लेकिन जब आप न्यूक्लियर फैमिली में रहती है तो बच्चे की सारी जिम्मेदारी सिर्फ आपको देखनी है। बच्चे को कब फीडिंग करानी है कब बच्चा भूखा है यह सब आपको पता रखना है। कई बार आपका बच्चा रोता रहता है और आप उसके रोते ही समझती है कि शायद वो भूखा है इसलिए आप उसे जल्दी-जल्दी फीडिंग कराती है जो गलत है।
बच्चा बार-बार पेट दर्द और गैस की वजह से रो सकता है। न्यू बॉर्न बेबी की उम्र जैसे-जैसे बढ़ने लगती है उसकी फीडिंग की जरूरत भी बदलती रहती है। आइए जानते हैं कि बेबी के लिए ब्रेस्ट फीडिंग क्यों जरूरी है और उम्र के साथ-साथ आपके बेबी को कब कितनी बार फीडिंग कराना चाहिए ।
ब्रेस्ट फीडिंग क्यों है बच्चे के लिए जरूरी:
मां का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण और सर्वोत्तम आहार है। मां के दूध से ही बच्चे को विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। ब्रेस्ट फीडिंग से बच्चे को संक्रामक रोग, एलर्जी और अन्य बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
कब और कितनी बार कराएं फीडिंग:
- ब्रेस्ट मिल्क बच्चे के लिए बेहद सुपाच्य और हल्का होता है इसलिए जल्दी पच जाता है। बच्चे को 3-4 घंटे में भूख लगने लगती है इसलिए 1-3 महीनों तक बच्चे को 24 घंटे में 8-9 बार बेस्ट फीडिंग करानी चाहिए।
- बेस्ट फीडिंग करने वाले बच्चे को ज्यादा भूख लगती है, क्योंकि मां का दूध बच्चा धीरे-धीरे और कम मात्रा में पीता है। तीन महीने के बच्चे को 24 घंटे में कम से कम 6 बार बेस्ट फीड कराना चाहिए।
- छह महीनों बाद बच्चा ऊपर की चीज़ें जैसे बोतल से दूध पीता है, केला, और तरल आहार खाना-पीना शुरू कर देता है जिससे उसकी दूध पर निर्भरता कम होने लगती है। इसलिए एक साल तक बच्चे को दिन में चार बार फीडिंग कराना पर्याप्त है।
बच्चे की भूख का पता कैसे लगाए:
आपका बच्चा ब्रेस्ट फीडिंग करना चाहता है इस बात का पता लगाना आपकी ही जिम्मेदारी है। छोटा बच्चा बोल नहीं पाता इसलिए आप उसके संकेतों को पहचानकर उसकी भूख का पता लगाएं। यदि आपका बच्चा जोर से रो रहा है, तो हो सकता है कि उसे भूख लगी हो। इसके अलावा गोद लेने पर निप्पल की तलाश, मुंह में बार-बार हाथ डालना भी बच्चे की भूख का संकेत है।
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