Super Variant' of Coronavirus: नया सुपर वैरिएंट 'कोविड-22' हो सकता है कोविड-19 से भी ज्यादा खतरनाक, इस तरह करें बचाव
Super Variant of Coronavirus कोविड-22 वैरिएंट के अगले साल तक आने की आशंका है। वैक्सीनेशन के बिना कोई भी संक्रामित इनसान इसे तेज़ी से फैला सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक बिना टीकाकरण के सभी इंसान संभावित सुपर स्प्रेडर हैं जो तेजी से इस वायरस को फैला सकते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस और उसके बदलते स्वरूप ने लोगों की नींद हराम कर रखी थी, अब उसके सुपर वैरिएन्ट यानि कोविड- 22 के सामने आने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोविड-19 से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाला कोरोनावायरस का सुपर वैरिएन्ट लोगों में और भी तेज़ी से फैल कर कहर ढहा सकता है। कोविड-22 वेरिएंट के अगले साल तक आने की आशंका है। वैक्सीनेशन के बिना कोई भी संक्रमित इनसान इसे तेज़ी से फैला सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक बिना टीकाकरण के सभी इंसान संभावित सुपर स्प्रेडर है। सुपर स्प्रेडर से मतलब उस संक्रमित इंसान से है जो औसत से ज्यादा लोगों में बीमारी फैलाता है। ऐसे सुपर स्प्रेडर में दस लोगों को बीमार करने की क्षमता हो सकती है। सुपर स्प्रेडर ज्यादातर 'ट्रांसमिशन की नई चेन शुरू करते हैं, कम्यूनिटी ट्रांसमिशन पैदा करते हैं, और इस तरह अगला चरण शुरू करते हैं।
कोविड-22 को लेकर विशेषज्ञों की चेतावनी
ज्यूरिख में एक इम्यूनोलॉजिस्ट प्रोफेसर साई रेड्डी ने कहा कि मौजूदा स्ट्रेन के मिश्रण के परिणामस्वरूप आने वाले वक्त में एक नई और अधिक खतरनाक महामारी सामने आ सकती है। उन्होंने आगाह किया कि कोविड -19 मौजूदा दौर से भी बदतर हो सकता है। अगले कुछ वर्षों में इस बीमारी से बचाव करने के लिए एक से अधिक टीकाकरण करने की आवश्यकता होगी।
बिना वैक्सीन के वैरिएंट से संक्रमित इनसान सुपर स्प्रेडर हो सकता है:
उन्होंने आगे कहा कि डेल्टा का वायरल लोड इतना अधिक है कि बिना टीकाकरण के वैरिएंट से संक्रमित हर व्यक्ति सुपर स्प्रेडर हो सकता है। उनका कहना है कि डेल्टा के कारण 'अब यह कोविड-19 नहीं है।
एक से अधिक टीकाकरण है जरूरी:
उन्होंने कहा कि यह लगभग संभव है कि कोरोना का नया वेरिएन्ट आएगा, हम अब केवल टीकाकरण पर भरोसा नहीं कर सकते हैं, इसलिए हमें अगले कुछ वर्षों में एक से अधिक टीकाकरण के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने बताया कि बीटा और गामा वेरिएन्ट्स आंशिक तौर तर एंटीबॉडीज को चकमा दे सकते हैं जबकि डेल्टा वेरिएन्ट बहुत ज्यादा संक्रामक है।
आने वाले समय में कोरोना किस तरह खतरनाक हो सकता है इसका अंदाजा हम कोरोना के बदलते स्वरूप को देखकर लगा सकते हैं। इस वायरस से बचाव के लिए हमें हर पल सतर्क रहने की जरूरत है।
इस वायरस से बचाव करने के लिए कौन-कौन सी सावधानियां जरूरी हैं जानिए।
- बच्चों का टीकारण अभी नहीं हुआ है,ऐसे में बड़ों की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों को बचाने के लिए कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करें
- खुद वैक्सीन लगवाएं ताकि आपका बच्चा भी इस बीमारी से महफूज़ रहे।
- जब भी घर से निकलें डबल मास्क पहनें।
- सैनिटाइजर का यूज करें
- हाथों को दिन में कई बार 20 सेकेंड के लिए वॉश करें।
- लोगों से छह फीट की दूरी बनाएं रखें।
- घर को साफ रखें और डिसइंफेक्ट करें।
- बाहर से लाए गए हर सामान को डिसइंफेक्ट करें।