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    महिलाओं के लिए गुड न्यूज! हार्ट अटैक का खतरा बताएगा नया AI टूल

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 08:32 AM (IST)

    क्या आप जानते हैं कि दिल की बीमारियां सिर्फ पुरुषों को ही नहीं बल्कि महिलाओं को भी प्रभावित करती हैं और अक्सर इसका पता देर से चलता है? जी हां ऐसे में अब वैज्ञानिकों ने एक ऐसा शानदार तरीका खोज निकाला है जिससे महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा पहले ही पता लगाया जा सकता है।

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    महिलाओं में हृदय रोग के खतरे को भांप सकता है एआइ टूल (Image Source: Freepik)

    प्रेट्र, नई दिल्ली। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में दिल से जुड़ी बीमारियां दुनिया भर में सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक बन चुके हैं। आमतौर पर हार्ट डिजीज को पुरुषों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि महिलाएं भी इस खतरे से उतनी ही प्रभावित होती हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि कई बार महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण स्पष्ट नहीं दिखते और देर से पकड़ में आते हैं। ऐसे में, अगर समय रहते जोखिम का पता चल जाए, तो बड़ी संख्या में जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। इसी दिशा में शोधकर्ताओं ने अब एक नया और बेहद उपयोगी एआई टूल विकसित किया है।

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    मैमोग्राम बताएगा दिल का हाल

    शोधकर्ताओं के अनुसार यह खास एआई टूल महिलाओं के स्तन की नियमित मैमोग्राम जांच और उनकी उम्र के आधार पर यह अनुमान लगा सकता है कि उनमें भविष्य में हृदय रोग का कितना खतरा है। यानी महिलाओं को अलग से बड़े-बड़े टेस्ट कराने या भारी-भरकम मेडिकल रिकॉर्ड इकट्ठा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस एक साधारण मैमोग्राम तस्वीर और उम्र का डेटा इस टूल के लिए पर्याप्त है।

    ऑस्ट्रेलिया से शुरू हुई पहल

    यह शोध ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत में किया गया, जहां करीब 49 हजार से अधिक महिलाओं के एक्स-रे मैमोग्राम का अध्ययन किया गया। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर एआई टूल को प्रशिक्षित किया गया। परिणाम उत्साहजनक रहे और यह स्पष्ट हुआ कि यह तकनीक महिलाओं के हृदय रोग के जोखिम का सही अनुमान लगाने में मददगार हो सकती है।

    क्यों खास है यह रिसर्च?

    हृदय रोग की पहचान के लिए अब तक डॉक्टरों को कई तरह के टेस्ट और मेडिकल रिकॉर्ड की जरूरत होती थी, लेकिन यह नया एआई टूल बिना अतिरिक्त जांच के केवल मैमोग्राम और उम्र जैसी सीमित जानकारी के आधार पर सटीक अनुमान लगा सकता है। इसका मतलब है:

    • कम खर्च में ज्यादा सटीक नतीजे
    • दूरदराज या सीमित संसाधनों वाले क्षेत्रों में भी उपयोग
    • महिलाओं के लिए एक ही टेस्ट से दोहरी जानकारी: स्तन स्वास्थ्य और हृदय स्वास्थ्य दोनों की झलक

    शोधकर्ताओं की राय

    अध्ययन से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं में हृदय रोग की रोकथाम के लिए ऐसे नवीन तरीकों की सख्त जरूरत है। मैमोग्राम जैसी पहले से होने वाली जांच में अगर हृदय रोग का अनुमान जोड़ दिया जाए, तो यह महिलाओं के लिए बड़ा वरदान साबित हो सकता है। हालांकि, शोधकर्ता मानते हैं कि इस तकनीक को अलग-अलग आबादी पर और परखना होगा ताकि इसे बड़े पैमाने पर लागू किया जा सके।

    दिल का रखें ख्याल 

    इस शोध से महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश निकलता है- अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराना बेहद जरूरी है। अक्सर महिलाएं परिवार और काम के बीच अपनी सेहत को पीछे छोड़ देती हैं, जिससे बीमारियां देर से पकड़ में आती हैं। अगर मैमोग्राम जैसी सामान्य जांचों से हृदय रोग की आशंका का भी पता चल सके, तो महिलाएं समय रहते सावधान होकर अपने दिल की बेहतर देखभाल कर पाएंगी।

    भविष्य की ओर एक कदम

    एआई आधारित यह खोज चिकित्सा जगत में एक नई उम्मीद की तरह है। भविष्य में अगर इसे बड़े पैमाने पर लागू किया गया, तो लाखों महिलाओं की जिंदगी बचाई जा सकती है। यह तकनीक न केवल आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करेगी, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर मौजूद लापरवाही की सोच को भी बदलने में मददगार साबित होगी।