National Fibromyalgia Awareness Day: थकान के साथ बहुत ज्यादा मसल्स पेन हो सकते हैं फाइब्रोमायल्जिया के लक्षण
National Fibromyalgia Awareness Day फाइब्रोमायल्जिया एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसे इग्नोर करने पर यह और ज्यादा गंभीर बन सकती है। तो आज के लेख में हम जानेंगे क्या है फाइब्रोमायल्जिया की बीमारी इसके लक्षण व बचाव के उपाय।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। National Fibromyalgia Awareness Day: फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) एक ऐसी बीमारी है जिसमें मांसपेशियों में बहुत तेज दर्द होता है। जिसके चलते व्यक्ति शारीरिक और मानसिक तौर पर बहुत परेशान रहता है। फाइब्रोमायल्जिया की परेशानी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। ये समस्या आपके दैनिक कार्यों पर बहुत ज्यादा असर डालती है। समय रहते इसके लक्षणों की पहचान करते हुए इलाज बहुत जरूरी है वरना आपकी छोटी-मोटी एक्टिविटीज से भी इसका दर्द एकदम से बढ़ सकता है।
फाइब्रोमायल्जिया के कारण
फाइब्रोमायल्जिया होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि शारीरिक या मानसिक तनाव, अनहेल्दी डाइट, कोई पुरानी चोट या ट्रॉमा। अगर आपकी फैमिली में कोई इस समस्या से पीड़ित है या हो चुका है तो काफी हद तक संभावना है कि ये आपको भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि अभी पूरी तरह से ये साबित नहीं हुआ है।
फाइब्रोमायल्जिया के लक्षण
फाइब्रोमायल्जिया के लक्षण अक्सर शारीरिक तनाव, दुखद अनुभव, नींद न आना, उत्साह कम होना और उपरोक्त लक्षणों के साथ जाने जाते हैं। इसके अन्य लक्षणों में गले में सूजन या खराबी, सांस लेने में कठिनाई, जोड़ों व कंधों में दर्द, बाएं और दाएं हाथ या पैर में सूजन की समस्या देखने को मिल सकती है। फाइब्रोमायल्जिया की प्रॉब्लम पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं कि पुरुष इससे प्रभावित नहीं हो सकते।
फाइब्रोमायल्जिया का इलाज
फाइब्रोमायल्जिया का इलाज उसके लक्षणों, उम्र, आपकी हेल्थ और रोग की गंभीरता पर निर्भर करता है। इस बीमारी का कोई सटीक उपचार नहीं है, लेकिन यहां दिए गए उपायों से काफी हद तक इस समस्या को मैनेज किया जा सकता है।
1. दवाएं: फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें और उनके द्वारा दी जा रही दवाइयां टाइम टू टाइम लें। इसमें पेन किलर्स, एंटीडिप्रेसेंट और नींद के लिए दवाएं दी जाती हैं।
2. व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से शरीर का तनाव कम होता है और फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों में सुधार होता है। बॉडी रिलैक्स होती है और मानसिक तनाव कम होता है।
3. थकान का प्रबंधन: थकान फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों को बढ़ा सकती है। तो थकान दूर करने के लिए आराम करें और नींद पूरी करें। ऑफिस गोइंग हैं, तो थोड़ी-थोड़ी देर में सीट से उठकर टहलते रहना है जरूरी।
4. अपच: शाकाहारी भोजन, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
(Dr Narendra kumar , Neurosurgeon, Ujala Cygnus Group of Hospitals से बातचीत पर आधारित)
Pic credit- freepik

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