National Deworming Day: बच्चों में होने वाले पेट दर्द को न करें इग्नोर, हो सकती है पेट में कीड़ों की समस्या
National Deworming Day पेट में कीड़े की समस्या ज्यादातर छोटे बच्चों में देखने को मिलती है जिसकी वजह से वो अक्सर पेट दर्द की शिकायत करते हैं। तो अगर आप ...और पढ़ें

नवजात बच्चों को परजीवी कृमि से होने वाले इंफेक्शन से बचाने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के मकसद से हर साल 10 फरवरी को नेशनल डीवॉर्मिंग डे के रूप में मनाया जाता है। शहरों की अपेक्षा गांवों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। तो कैसे बच्चे ही होते हैं इसका ज्यादा शिकार और क्या है इसके लक्षण एवं उपचार, जानेंगे इन सबके बारे में विस्तार से...
कब से हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत?
सबसे पहली बार इस दिन का आयोजन साल 2015 में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया था।जिसके अंतर्गत 11 राज्यों/संघ शासित प्रदेश के 277 जिलों के 1 से 19 वर्ष आयु के बच्चों को इसमें शामिल किया गया था।
क्या है कारण
यह संक्रमण खासतौर से Soil Transmitted Helminths (एसटीएच) अर्थात पेट के परजीवी से फैलता है। यह परजीवी पेट में मौजूद होते हैं जो खुले में शौच करते वक्त मिट्टी को छूने, जमीन पर कुछ गिरा हुआ उठाकर खाने आदि द्वारा बच्चों की आतों में पहुंच कर अंडे दे देते हैं और बच्चों के पोषण को अपने विकास में इस्तेमाल करने लगते हैं। जो धीरे-धीरे कुपोषण, एनीमिया, मानसिक और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों को जन्म देते है।
पेट में कीड़े के लक्षण
वजन कम होना।
दस्त लगना।
पेट दर्द और ऐंठन होना।
मल त्याग करते समय खून आना
हल्का बुखार।
आंखे लाल होना।
जी मचलना और उलटी आना
जीभ का सफेद होना।
मुंह से बदबू आना।
सोते समय दांतों को बजना।
कृमि से बचाव के उपाय
- बच्चों को हमेशा शौचालय में ही शौच करवाएं।
- ध्यान रखें जो पानी बच्चे पी रहे हैं वो पूरी तरह से साफ स्वच्छ हो।
- बच्चों के नाखून और हाथ-पैर हमेशा साफ-सुथरे रखें।
- मिट्टी में खेलने के बाद खासतौर से सफाई जरूरी है।
- खाना बनाने और खाने की जगह पूरी तरह से स्वच्छ हो।
- कृमियों से बचाव के लिए 1 से 19 साल तक के बच्चों को कृमिनाशक दवाई खिलाना जरूरी है।
Pic credit- freepik

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