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    Natarajasana Precautions: इन सावधानियों का ध्यान रखते हुए करेंगे नटराजआसन, तो मिलेंगे फायदे ही फायदे

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Thu, 06 Apr 2023 07:14 AM (IST)

    Natarajasana Precautions नटराज आसन एक बहुत ही फायदेमंद आसन है। इसे करते वक्त अपर से लेकर लोअर बॉडी तक इंगेज रहती है। लेकिन अगर आप इसके ज्यादा से ज्यादा फायदे चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कुछ सावधानियों का ध्यान रखना।

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    Natarajasana Precautions: नटराजआसन करते वक्त बरतें ये सावधानियां

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Natarajasana Precautions: नटराजआसन जिसे डांसर पोज़ (Dancer's Pose) भी कहा जाता है एक बहुत ही अच्छा आसन है। देखने में टफ लगने वाले इस आसन को कुछ टिप्स की मदद से बिगनर्स भी कर सकते हैं। इस आसन को करते वक्त अपर और लोअर दोनों बॉडी इंगेज रहती है। कंधे से लेकर कमर और पैरों में अच्छा खिंचाव होता है जिससे यहां की मसल्स फ्लेक्सिबल होती हैं और उनकी स्ट्रेंथ बढ़ती है। कमर दर्द की अगर समस्या है, तो वो भी दूर होती है लेकिन इन सारे फायदों के लिए बेहद जरूरी है इस आसन को करते वक्त कुछ सावधानियों का ध्यान रखना। जिसके बारे में आज हम यहां जानेंगे। 

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    नटराजआसन करते वक्त बरतें सावधानियां

    1. घुटने में दर्द से परेशान लोगों को ये आसन नहीं करना चाहिए।

    2. वैरिकोज वेन्स की समस्या रहती है, तो भी इस आसन को करना अवॉयड करें। 

    3. साइटिका के मरीजों के लिए भी ये आसन फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। 

    4. रीढ़ की हड्डी में कोई प्रॉब्लम है या आपरेशन हुआ है तो भी इस आसन को करना अवॉयड करें।

    नटराज आसन के लाभ

    1. .नटराजन आसन के अभ्यास से पैरों स्ट्रॉन्ग होते हैं और उनमें फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है।

    2. इस आसन को करने से मन बहुत ही शांत रहता है। 

    3. वजन कम करने वालों के लिए भी ये आसन बेहद फायदेमंद होता है।

    4. नटराजासन करने से थाई, हिप्स, घुटनों और सीने की मसल्स स्ट्रेच होती है जिससे दर्द, सूजन की समस्या कम होती है।

    5. यह आसन तनाव को कम करने के लिए बेहद असरदार है।

    नटराज आसन करने का तरीका

    1. आसन करने के लिए सीधे मैट पर खड़े हो जाएं। पंजों को एक साथ रखें। 

    2. दाएं पैर से पहले करें। दाएं पैर को पीछे की ओर उठाएं और हाथ से टखने या पैर के पंजे को पकड़ लें।

    3. अब जो पैर नीचे है उससे बॉडी को बैलेंस बनाने की कोशिश करें।

    4. हाथों से पैरों को पीछे की ओर खींचने की कोशिश करें। 

    5. बाएं हाथ को आप बाएं पैर पर रख सकते हैं या फिर कंधे की सीधे में ज्ञान मुद्रा में फैला सकते हैं। नजरें हाथ की उंगलियों पर टिकाएं। 

    6. कुछ देर तक इसी अवस्था में बने रहें फिर दूसरे पैर से इस आसन को दोहराएं।

    Pic credit- freepik

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