ल्यूपस क्यों होता है, जानें- इसके लक्षण और उपचार
जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अंगों (Organs) और ऊतकों (tissues) को नुकसान पहुंचाने लगती है तो शरीर में जलन और सूजन होने लगती है। इसे ल्यूपस बीमारी के रूप में जाना जाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। ल्यूपस ( Lupus) एक ऐसी बीमारी है, जो स्व-प्रतिरोधी (ऑटोइम्यून) होती है। यह बीमारी शरीर के विभिन्न अंगों को आंशिक और व्यापक रूप से प्रभवित करती है। इस बीमारी में शरीर का संक्रमित अंग अन्य अंगों के लिए बहुत खतरनाक होता है। भारत में ल्यूपस के मरीजों की संख्या बहुत कम है। ऐसा माना जाता है कि यह बीमारी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। आइए जानते हैं कि ल्यूपस क्यों होता हैं और इसके लक्षण तथा उपचार क्या हैं-
ल्यूपस क्यों होता है
जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अंगों (Organs) और ऊतकों (tissues) को नुकसान पहुंचाने लगती है तो शरीर में जलन और सूजन होने लगती है। इसे ल्यूपस बीमारी के रूप में जाना जाता है। इस बीमारी से शरीर के अन्य अंगों- जैसे ह्रदय, मस्तिष्क, कोशिकाएं आदि प्रभावित होते हैं।
ल्यूपस के लक्षण क्या हैं
इस बीमारी में मरीजों को थकान, बुखार, जोड़ों का दर्द, जकड़न, सूजन, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, छाती में दर्द और त्वचा में जलन की शिकायत होती है।
ल्यूपस के उपचार
-अगर ल्यूपस के कोई भी लक्षण आपको नजर आए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें, और उनके परमर्श का अनुसरण करें। साथ ही दवाइयां भी नियमित रूप से लेनी चाहिए।
-आमतौर पर ल्यूपस में मरीज को बुखार को रोकने वाली दवाइयां ही दी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि इसके सेवन से ल्यूपस को नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, मरीज को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवाइयां लेनी चाहिए।
-स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से बचें। इसके साथ ही तनाव से दूर रहें। अपने शरीर की थकान को दूर करें।
-सूरज की रोशनी से बचें। डॉक्टर्स हमेशा ल्यूपस के मरीजों को सूरज की रोशनी से बचने की सलाह देते हैं, क्योंकि सूरज से निकलने वाली पैराबैंगनी किरणें शरीर के लिए हानिकारक होती हैं।
- सुबह और शाम में वर्कआउट जरूर करें। इससे जोड़ों की समस्या में आराम मिलता है। खासकर ल्यूपस के मरीजों को एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।