जानें, हाइपोग्लाइसीमिया क्यों होता है और क्या है इसका उपचार
अगर शुगर लेवल 72 मिग्रा/डीएल से नीचे चला जाता है तो इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। हाइपोग्लाइसीमिया को खान-पान एक्सरसाइज और दवाओं के सेवन से नियंत्रित किया जा सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से देशभर में लॉकडाउन की स्थिति है। इस वायरस से मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटे लोगों को अधिक खतरा है। अगर आप मधुमेह के मरीज हैं तो आपको लॉकडाउन में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। अगर शुगर लेवल 72 मिग्रा/डीएल से नीचे चला जाता है तो इसे हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। आमतौर पर हाइपोग्लाइसीमिया को खान-पान, एक्सरसाइज और दवाओं के सेवन से नियंत्रित किया जा सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण
हाइपोग्लाइसीमिया में रोगी को चक्कर आना, सिरदर्द, भ्रम, पसीना, कमजोरी आदि की शिकायत होती है। कई रोगी के शरीर के अंगों में झुनझुनाहट होने लगती है तो कई के अंग सुन्न पड़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने रक्तचाप को मापने की जरूरत है। अगर रक्त चाप के कम होने पर उचित उपचार नहीं करते हैं तो आप बेहोश भी हो सकते हैं, दौरे पड़ सकते हैं और आप कोमा में भी जा सकते हैं। अगर रक्तचाप कम हो जाए तो क्या करना चाहिए? आइए जानते हैं-
हाइपोग्लाइसीमिया में इन चीजों का सेवन करना चाहिए
ग्लूकोज स्तर को सामान्य स्तर पर वापस लाने के लिए व्यक्ति को कम से कम 15 ग्राम आसानी से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट युक्त चीजों को खाना चाहिए। इसमें आप निम्न चीजों का सेवन कर सकते हैं।
- आप ग्लूकोज स्तर को सामान्य करने के लिए आधा कप संतरे का जूस ले सकते हैं।-अगर संतरे का जूस उपलब्ध नहीं है तो आप 1 चम्मच शहद का भी सेवन कर सकते हैं।
-आप घर पर बने नमकीन चीजें भी खा सकते हैं। इससे भी ग्लूकोज स्तर सामान्य होता है।
-आप ग्लूकोज निर्मित कैंडी या शुगर फ्री हार्ड कैंडी खा सकते हैं। अगर आप कैंडी खाते हैं तो एक चीज का ध्यान रखें कि 3 -4 कैंडी ही खाएं। उससे अधिक न खाएं।
-ग्लूकोज के स्तर को सामान्य करने के लिए एक चम्मच चीनी का भी सेवन कर सकते हैं।
-आप कुकीज या ताजे और सूखे मेवे का भी सेवन कर सकते हैं।
इन चीज़ों पर जरूर ध्यान दें
-हर रोज कम से कम तीन बार भोजन जरूर करें और एक ही समय पर करें। भोजन करने के समय में कोई बदलाव न करें।
-जब भी दिन में खाना खाएं तो खाना खाने के बीच में हल्का-फुल्का स्नैक्स लेते रहें। स्नैक्स घर पर बना हो।
-भोजन करने के दरम्यां 4 घंटे से अधिक का अंतर न हो।
-रोजाना 30 मिनट से लेकर 1 घंटे तक एक्सरसाइज जरूर करें। आप इस समय में दौड़ सकते हैं, चल सकते हैं और जिम कर सकते हैं।
-अपने रक्त चाप स्तर को नियमित रूप से जांच करते रहें।
-हर महीने डॉक्टर से जरूर मिलें और अपनी सेहत के बारे में अपडेट रहें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।