Peaches Health Benefits: दिल से लेकर पाचन तक की सेहत का ध्यान रखता है आडू, जानिए 5 फायदे
health Benefits of peaches आड़ू देखने में जितना फ्रेश और पका हुआ होगा उसमें उतने ही एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद रहेंगे। आयुर्वेदिक के मुताबिक पके हुए आडू का इस्तेमाल शुगर बवासीर और बुखार का इलाज करने में भी किया जाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खट्टा मीठा आडू देखने में जितना प्यारा लगता है उतना ही खाने में स्वादिष्ट भी लगता है। पीले और लाल रंग का यह फल देखने में सेब जैसा लगता है। आडू में फाइबर, विटामिन, खनिज और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो सेहत के लिए उपयोगी हैं। आडू पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है, साथ ही स्किन को भी फायदा पहुंचाता है। आड़ू देखने में जितना फ्रेश और पका हुआ होगा उसमें उतने ही एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होंगे। आयुर्वेदिक के मुताबिक आडू का इस्तेमाल शुगर, बवासीर और बुखार का इलाज करने में भी किया जाता है। आइए जानते हैं कि इतने उपयोगी आडू का इस्तेमाल किस तरह सेहत के लिए फायदेमंद है।
पाचन दुरुस्त करता है:
फाइबर से भरपूर आडू पाचन को दुरुस्त रखता है, साथ ही पेट के कीड़ों से भी निजात दिलाता है। आडू का इस्तेमाल उसका जूस निकालकर किया जाए तो बेहद फायदेमंद होता है। आडू का जूस पेट दर्द से निजात दिलाता है। आडू का जूस निकालने के लिए 10-20 एमएल आड़ू के रस में 500 मिलीग्राम अजवाइन का चूर्ण और 125 मिलीग्राम हींग मिलाकर पीने से पेट दर्द से राहत मिलती है।
पथरी का बेहतरीन इलाज करता है:
आडू खाने से किडनी की पथरी का इलाज किया जा सकता है। अगर आप किडनी की पथरी के मरीज हैं तो रोजाना आडू खाएं इससे पथरी छोटे छोटे टुकड़ों में टूटकर शरीर से बाहर निकल जाती है।
स्किन पर ग्लो लाता है आडू:
स्किन की हेल्थ के लिए आड़ू बेहद फायदेमंद है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर आडू चेहरे पर उम्र के असर को कम करता है। आड़ू में मौजूद कंपाउंड स्किन को मॉइश्चराइज रखता है। स्किन से संबंधित बीमारियों में आड़ू की गुठली के तेल का इस्तेमाल फायदेमंद होता है।
दिल के रोगों का जोखिम कम करता है:
आड़ू का नियमित सेवन हार्ट डिजीज के जोखिम को बहुत कम करता है। आड़ू के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रहता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है।
गठिया का बेहतरीन इलाज है आड़ू:
जोड़ों और घुटनों में दर्द से राहत दिलाता है आडू। आड़ू के तने की छाल को पीसकर जोड़ों पर लगाने से गठिया के दर्द से राहत मिलती है।