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    कीवी या पपीता; प्लेटलेट्स बढ़ाने में कौन है ज्यादा असरदार? यहां जानें हर सवाल का जवाब

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 04:31 PM (IST)

    डेंगू मलेरिया या वायरल इन्फेक्शन के दौरान प्लेटलेट्स की संख्या घटने पर कीवी और पपीता दोनों ही फायदेमंद होते हैं। पपीते के पत्तों का रस (पपेन एंजाइम) प्लेटलेट्स उत्पादन को बढ़ाता है जबकि कीवी विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण प्लेटलेट्स को बनाए रखने और इम्युनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है।

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    प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार हैं पपीता और कीवी (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। प्लेटलेट्स का लेवल कम होने पर शरीर में थकावट, ब्लीडिंग और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर पर डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर के दौरान प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है।

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    ऐसी स्थिति में कीवी और पपीता दोनों ही प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से कौन अधिक प्रभावी है? तो आइए जानते हैं विस्तार से-   

    कीवी: प्लेटलेट्स बढ़ाने में कैसे है फायदेमंद

    विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत

    कीवी में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाता है। एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को इन्फेक्शन से बचाते हैं और ब्लड सेल्स की मरम्मत में मदद करते हैं।

    फाइबर और फोलेट से भरपूर

    कीवी में मौजूद फोलेट और फाइबर प्लेटलेट्स के निर्माण में सहायता करते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं।

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    एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण

    कीवी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करके शरीर को तेजी से रिकवरी में मदद करते हैं।

    ब्लड क्लॉटिंग में सहायक

    कीवी में विटामिन के मौजूद होता है, जो ब्लड क्लोटिंग में सहायक होता है और प्लेटलेट्स की संख्या को स्थिर रखता है।

    पपीता: प्लेटलेट्स बढ़ाने में अधिक प्रभावी है कैसे

    पपीते के पत्तों का रस

    पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट्स को तेजी से बढ़ाने का सबसे प्रभावी और नेचुरल उपाय माना जाता है। इसमें पपैन एंजाइम होते हैं,जो प्लेटलेट्स का उत्पादन बढ़ाते हैं।

    विटामिन ए, सी और फोलेट से भरपूर

    पपीते में भी विटामिन ए और सी की प्रचुर मात्रा होती है, जो प्लेटलेट्स को बढ़ाने के साथ-साथ इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।

    डेंगू और मलेरिया में प्रभावी

    रिसर्च के अनुसार, डेंगू और मलेरिया के दौरान पपीते का रस प्लेटलेट्स की गिरती संख्या को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है और मरीज की रिकवरी को तेज करता है।

    एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण

    पपीते में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को इन्फेक्शन से बचाते हैं और प्लेटलेट्स की गिरावट को रोकते हैं।

    कीवी या पपीता: कौन है ज्यादा बेहतर

    अगर तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ाने की बात की जाए, तो पपीते के पत्तों का रस कीवी की तुलना में ज्यादा प्रभावी माना जाता है। यह प्लेटलेट्स के निर्माण में तेजी लाता है और डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों में तुरंत असर दिखाता है। लेकिन कीवी भी प्लेटलेट्स को धीरे-धीरे बढ़ाने और इम्युनिटी को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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