सिर्फ यूरिन ही नहीं, शरीर के 4 बदलाव भी हैं किडनी डिजीज के संकेत; मामूली समझकर न करें इग्नोर
किडनी से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी होने पर यूरिन में कुछ बदलाव नजर आते हैं। लेकिन ये संकेत (Kidney Disease Signs) सिर्फ यहीं खत्म नहीं होते। किडनी डिजीज के कुछ और भी लक्षण देखने को मिलते हैं, जिन्हें अक्सर लोग आम समस्या समझकर इग्नोर कर देते हैं। आइए जानें किडनी डिजीज के और कैसे लक्षण हो सकते हैं।

किडनी डिजीज के लक्षणों की करें पहचान (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। किडनी से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी होने पर यूरिन में कुछ बदलाव नजर आने लगते हैं, जैसे- बार-बार पेशाब आना, यूरिन में ब्लड या यूरिन पास करते वक्त दर्द होना आदि। लेकिन किडनी डिजीज के लक्षण (Kidney Disease Symptoms) यूरिन के अलावा, शरीर के और भी हिस्सों में नजर आ सकते हैं।
किडनी डिजीज के इन शुरुआती संकेतों (Kidney Disease Early Symptoms) को पहचान लिया जाए, तो डैमेज को रोका जा सकता है। हालांकि, परेशानी यह है कि अक्सर लोग इन्हें कोई मामूली समस्या समझकर अनदेखा कर देते हैं। आइए जानें यूरिन के अलावा, किडनी की बीमारी के और कैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
त्वचा में रूखापन और खुजली
स्वस्थ किडनी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर, मिनरल बैलेंस बनाए रखती है। जब इस फंक्शन में रुकावट आ जाती है, तो ब्लड में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं। इससे त्वचा रूखी, ड्राई और खुजलीदार हो सकती है। कई बार त्वचा पर पीले या भूरे रंग के धब्बे भी दिखाई देते हैं। यह स्थिति केवल त्वचा की सतही समस्या नहीं, बल्कि किडनी से जुड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
आंखों और पैरों में सूजन
किडनी खराब होने पर शरीर में सोडियम और पानी जमा होने लगता है, जिससे एडिमा होता है। यह सूजन अक्सर आंखों के आसपास, खासतौर से सुबह के समय नजर आती है। पैरों के टखनों और पंजों में भी सूजन दिखाई दे सकती है, जो दिनभर बढ़ती जाती है। यह सूजन इस बात का संकेत है कि किडनी शरीर से एक्स्ट्रा फ्लूइड को बाहर नहीं निकाल पा रही है।
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नींद न आना और थकान
स्वस्थ किडनी एरिथ्रोपोइटिन हार्मोन बनाती हैं, जो रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है। किडनी खराब होने पर इस हार्मोन का प्रोडक्शन कम हो जाता है, जिससे एनीमिया हो सकता है। इसकी वजह से व्यक्ति को लगातार थकान, एनर्जी की कमी और कमजोरी महसूस होती है। साथ ही, ब्लड में टॉक्सिन्स जमा होने पर नींद न आने की समस्या पैदा हो सकती है।
फोकस में कमी
ठीक से फोकस न कर पाना भी किडनी से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। एनीमिया के कारण दिमाग तक ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता है, जिससे फोकस करने में परेशानी हो सकती है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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