Karwa Chauth Fast 2022: डायबिटीज़ में रख रही हैं करवा चौथ का व्रत, तो हल्के में न लें इन संकेतों को
Karwa Chauth Fast 2022 वैसे को उपवास करना अपने शरीर को डीटॉक्स करने और दिमाग को आराम देने का बेहतरीन तरीका है लेकिन अगर आप डायबिटीज़ जैसी बीमारी के साथ व्रत रख रहे हैं तो कई तरह की बातों का ख्याल रखना ज़रूरी है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Karwa Chauth Fast 2022: आज देश भर में करवा चौथ बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। जो लोग इसे मनाते हैं, वे व्रत रखते हैं, और बड़े उत्साह के साथ इस त्योहार की तैयारी करते हैं। 12 से 15 घंटों तक बिना कुछ खाए-पिए रहना आसान नहीं होता, खासतौर पर उन महिलाओं के लिए जो डायबिटीज़ से जूझ रही हों। ऐसी स्थिति में व्रत करना उनकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए व्रत करने से पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह ज़रूर कर लेनी चाहिए।
डॉक्टर आपको कुछ अतिरिक्त दवाएं लेने के साथ व्रत से जुड़ी ज़रूर सलाह भी दे सकते हैं। व्रत शुरू करने से पहले सर्गी में हेल्दी खाना खाएं और इसे तोड़ने के बाद डाइट पर खास ध्यान रखें। इसके अलावा अपने ब्लड शुगर के स्तर पर भी नज़र रखें। पानी की कमी, उल्टी, सिर दर्द जैसे लक्षण हाइपोग्लाइसीमिया के होते हैं, इन्हें किसी कीमत पर नज़रअंदाज़ न करें।
व्रत करते वक्त किन बातों का ख्याल ज़रूर रखना चाहिए
दवाइयों को न छोड़ें
अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों को लेना न भूलें। उदाहरण के तौर पर कुछ मरीज़ ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन लेते हैं और व्रत के दौरान इसे नहीं लेते। टाइप-2 डायबिटीज़ के कुछ मरीज़ों के लिए ठीक हो सकता है, लेकिन टाइप-1 डायबिटीज़ में आपकी ज़िंदगी इंसुलिन पर ही निर्भर करती है, इसलिए इसे न लेने की गलती न करें।
व्रत शुरू करने से पहले हेल्दी खाना खाएं
करवा चौथ पर अगर आप व्रत रखना चाह रही हैं, तो सर्गी में हेल्दी खाना खाएं। इस खाने में कार्ब्स, हाई फाइबर के साथ प्रोटीन भी होना चाहिए। साथ ही खूब सारा पानी और फ्लूएड्स पीएं।
व्रत के बाद हेल्दी खाना ही खाएं
व्रत तोड़ने के बाद एक हेल्दी डाइट लेनी की कोशिश करें। जिसमें सिर्फ कार्ब्स ही न हों, बल्कि प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स भी हों, जिससे आपके शरीर संतुलित ब्लड शुगर का स्तर बनाकर रख सके, खासतौर पर व्रत के बाद।
व्रत के दौरान ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहें
अगर आप डायबिटीज़ के साथ व्रत रख रहे हैं, तो दिन में कई बार अपने ब्लड शुगर के स्तर को चेक करते रहें। ऐसा इसलिए ताकि आपकी तबियत अचानक न बिगड़ जाए। हालांकि, व्रत के दौरान ब्लड शुगर के स्तर का गिर जाना ज़्यादा चिंताजनक होता है, लेकिन इस दौरान ब्लड शुगर का स्तर बढ़ भी सकता है।
व्रत कब ख़त्म करना है जानें
अगर आपका ब्लड ग्लूकोज़ का स्तर 70 mg/dL से नीचे चला जाता है, तो आपको व्रत तोड़ देना चाहिए। यह हाइपोग्लाइसीमिया का संकेत है। हाइपोग्लाइसीमिया के मामले में, उपवास तोड़ना और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना या ड्रिंक ज़रूर हो जाता है। वास्तव में, टाइप-1 डायबिटीज़ में उपवास के दौरान हाइपोग्लाइसीमिया का जोखिम सामान्य से 4.7 गुना अधिक हो जाता है, वहीं टाइप-2 डायबिटीज़ में सामान्य से 7.5 गुना अधिक हो जाता है। इसलिए एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपका ब्लड शुगर का स्तर 300 mg/dL से ऊपर पहुंच जाता है, तो आप व्रत तोड़ देना चाहिए।
अपने शरीर की सुनें
पेशाब के रंग का गहरा होना, सिर दर्द, मतली और उल्टी, गंभीर डिहाइड्रेशन के संकेत हो सकते हैं। अगर आप इस तरह के लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो आपक फौरन व्रत तोड़ देना चाहिए।
डायबिटीज़ मैनेज करने में आपके डॉक्टर और दूसरे हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स एक बड़ी भूमिका निभाते हैं, लेकिन व्रत जैसे मौकों पर आपकी सेहत आपके ही हाथों में होती है। इसलिए अपने शरीर की सुनें और उस पर दबाव न डालें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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