Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Jagran Dialogues: शरीर में क्यों बनती है गैस, क्या यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Wed, 16 Jun 2021 05:33 PM (IST)

    Jagran Dialogues आज गैस ब्लोटिंग और ऐसी ही पेट से जुड़ी कुछ समस्याओं को लेकर जागरण न्यू मीडिया की Ruhee Parvez और Urvashi Kapoor ने जागरण डायलॉग्ज़ पर बात करेंगे हेल्थ एक्सपर्ट्स डॉ. सुदीप खन्ना और डॉ. शरद मल्होत्रा।

    Hero Image
    शरीर में क्यों बनती है गैस, क्या यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोगों के पास वक्त की कमी है। ऐसे में कई लोग चाहकर भी अपनी सेहत का ख्याल रखने में असमर्थ होते हैं और कई बीमारियों उन्हें सताने लगती हैं। इसके पीछे ख़राब लाइफस्टाइल, व्यायाम की कमी और अनियमित खानपान मुख्य कारण होता है। सेहतमंद और पौष्टिक खाने की कमी की वजह से शरीर में एसिडिटी जैसी समस्या पैदा हो जाती है। अगर किसी को एसिडिटी की समस्या है तो यह समझ लेना चाहिए कि पाचन तंत्र सही तरह से काम नहीं कर रहा है। आज इसी समस्या को लेकर जागरण न्यू मीडिया की Ruhee Parvez और Urvashi Kapoor ने 'जागरण डायलॉग्ज़' पर डॉ. सुदीप खन्ना, जो नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में वरिष्ठ सलाहकार हैं और डॉ. शरद मल्होत्रा, जो आकाश हेल्थकेयर के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में वरिष्ठ सलाहकार हैं, से बातचीत की। इन एक्सपर्ट्स ने एसिडिटी और पेट से जुड़ी तकलीफों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आइए जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सवाल: पेट में गैस क्यों बनती है और इससे बचने के क्या तरीके हैं?

    डॉ. सुदीप: जो व्यक्ति ज़िंदा है और सांस ले रहा है, उसके शरीर में गैस जाएगी ही। पेट में अलग-अलग तरह की गैस होती हैं। सल्फर, हाइड्रोजन, कार्बनडायऑक्साइड जैसी कई तरह की गैस हमारे पेट में हो सकती हैं। शरीर में किस गैस की कितनी मात्रा है, ये निर्भर करता है आपके पेट में मौजूद बैक्टीरिया पर। बैक्टीरिया आप जो खाना खाते हैं, उसे फर्मेंट करते हैं। कुछ लोग सेंसिटिव ज़्यादा होते हैं, कुछ खास तरह का खाना खाने से उनके शरीर में गैस बनने लगती है। दूसरा जो लोग कहते हैं कि गैस सिर में या कंधे में चढ़ गई, ऐसा मुमकिन नहीं है। ऐसा सिर्फ बेहद गंभीर बीमारी में हो सकता है, जब गैस शरीर में फैलने लगे, जिससे जान चली जाती है। कई बार पेट में गैस की फीलिंग होती है, तो लगता है जैसे दिमाग़ में भी है। जब हम पेट की गैस का इलाज करते हैं, तो साथ ही सिर में गैस की समस्या भी दूर हो जाती है।

    सवाल: कुछ लोग लैक्टॉस इंटॉलेरेंट होते हैं, इसका क्या मतलब है? क्या इसका इलाज है?

    डॉ. शरद: लैक्टॉस इंटॉलेरेंट होना बेहद आम समस्या है। इसका मतलब होता है, दूध और उससे बनी चीज़ों से एलर्जी होना। कई लोग जो लैक्टॉस इंटॉलेरेंट होते हैं, वे जब दूध या उससे बनी चीज़ें खाते हैं, तो उन्हें पेट दर्द, पेट फूलना, उल्टी या दस्त का अहसास होता है। ये समस्या एशियाई लोगों में ज़्यादा देखी जाती है। लैक्टॉस इंटॉलेरेंट होना कोई बड़ी या जानलेवा बीमारी नहीं है।

    आप पूरी बातचीत यहां देख सकते हैं: