किचन का आम हिस्सा बन चुके हैं Non-Stick Cookware, लेकिन चुपके-चुपके पहुंचाते हैं 5 नुकसान
नॉन-स्टिक कुकवेयर अब लगभग हर रसोई का हिस्सा बन चुके हैं। इन बर्तनों में खाना चिपकता नहीं है जिस वजह से इन्हें साफ करना आसान हो जाता है। यही कारण है कि लोग इन्हें ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि नॉन-स्टिक कुकवेयर्स आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं (Kitchen Health Tips)। आइए जानें इनसे होने वाले नुकसान।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Kitchen Health Tips: आज के समय में नॉन-स्टिक कुकवेयर का इस्तेमाल लगभग हर घर में आम हो गया है। यह बर्तन खाना पकाने को आसान बनाते हैं और खाना जलने या चिपकने की समस्या को कम करते हैं (Non Stick Pan Safety)।
हालांकि, नॉन-स्टिक कुकवेयर के इस्तेमाल से सेहत को कई तरह के नुकसान (Non Stick Cookware Health Risk) भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं नॉन-स्टिक कुकवेयर के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में।
टॉक्सिक केमिकल्स का खतरा
नॉन-स्टिक कुकवेयर को बनाने में पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथिलीन (PTFE) नाम के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक सिंथेटिक पदार्थ है, जो खाना चिपकने से रोकता है। हालांकि, जब यह बर्तन ज्यादा गर्म होता है, तो यह केमिकल ब्रेकडाउन होने लगता है और टॉक्सिक धुएं छोड़ता है। इन धुंए को सांस लेने से सिरदर्द, चक्कर आना और फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय तक इसके कॉन्टेक्ट में रहने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
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परफ्लुओरोऑक्टेनोइक एसिड (PFOA) का जोखिम
नॉन-स्टिक कुकवेयर बनाने की प्रक्रिया में PFOA नाम के केमिकल का भी इस्तेमाल किया जाता है। यह केमिकल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। PFOA के संपर्क में आने से कैंसर, थायरॉइड डिसऑर्डर, लिवर डैमेज और इम्यून सिस्टम पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। हालांकि, कई कंपनियां अब PFOA-फ्री प्रोडक्ट्स बना रही हैं, लेकिन फिर भी पुराने बर्तनों में यह केमिकल मौजूद हो सकता है।
गर्म होने पर हानिकारक पदार्थों का निकलना
जब नॉन-स्टिक बर्तनों को बहुत ज्यादा तापमान पर गर्म किया जाता है, तो उनकी कोटिंग टूटने लगती है और छोटे-छोटे कण खाने में मिल सकते हैं। ये कण शरीर में जाकर टॉक्सिक बन सकते हैं। इससे पाचन तंत्र, लिवर और किडनीज को नुकसान पहुंच सकता है।
लंबे समय तक इस्तेमाल से स्वास्थ्य जोखिम
नॉन-स्टिक कुकवेयर का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से शरीर में केमिकल्स का इकट्ठा हो सकता है। ये केमिकल्स धीरे-धीरे शरीर में जमा होते हैं और लंबे समय में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। खासकर से, यह हार्मोनल असंतुलन और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकता है।
पर्यावरण पर प्रभाव
नॉन-स्टिक कुकवेयर को बनाने और नष्ट करने की प्रक्रिया में पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। इन बर्तनों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स प्रकृति में जल्दी नहीं घुलते और पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। इससे न केवल इंसानों, बल्कि जानवरों और पौधों को भी नुकसान होता है।
सुरक्षित इस्तेमाल के लिए टिप्स
नॉन-स्टिक कुकवेयर के नुकसान से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे-
- बर्तनों को ज्यादा गर्म न करें। मध्यम आंच पर ही खाना पकाएं।
- खरोंच लगे हुए बर्तनों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इनसे केमिकल्स निकलने का खतरा ज्यादा होता है।
- नॉन-स्टिक बर्तनों को धोने के लिए माइल्ड डिटर्जेंट और सॉफ्ट स्पंज का इस्तेमाल करें।
- PFOA-फ्री और एनवायरन्मेंट फ्रेंडली प्रोडक्ट्स को चुनें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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