World Toilet Day 2022: क्या वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल बढ़ा देता है UTI का ख़तरा?
World Toilet Day 2022 हर साल 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाया जाता है ताकि लोगों को इससे जुड़ी स्वच्छता और होने वाली बीमारियों को बारे में जागरुक किया जा सके। यूटीआई गंदे टॉयलेट से होने वाला सबसे आप रोग है जो ज़्यादातर महिलाओं में ही देखा जाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Toilet Day 2022: पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते वक्त अगर आपको घिन आती है, तो परेशान न हों। टॉयलेट सीट से होने वाले यूटीआई की वजह से इस पर बैठने से भी लोग डरते हैं। हालांकि, यह डर ग़लत नहीं है, टॉयलेट सीट से आपको यूरिन इन्फेक्शन हो सकता है, लेकिन ज़रूरी नहीं कि सिर्फ बैठने भर से ही हो जाए। इससे ज़्यादा यूटीआई होने का ख़तरा शरीर में पानी की कमी और पेशाब को रोकने से है।
टॉयलेट सीट से किस-किस तरह यूरिन इन्फेक्शन हो सकता है?
- इन्फेक्शन तब हो सकता है जब हम ऐसे पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल कर लेते हैं, जिसकी सफाई ठीक तरीके से नहीं होती है।
- जब हम सफाई के लिए टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करते हैं, और एनल से लेकर मूत्रमार्ग को साफ करते हैं। इससे मल का योनी में जाने का ख़तरा बढ़ता है, जिससे इन्फेक्शन होता है।
- किसी संक्रमित व्यक्ति के पेशाब के संपर्क में आने से।
यूरिन से यूटीआई
पेशाब करते समय अगर इसकी कुछ बूंदें टॉयलेट की सीट पर गिर जाती हैं, तो ऐसे मामलों में आपके बाद जो भी व्यक्ति उस टॉयलेट का इस्तेमाल करेगा, उसे यूरिन इन्फेक्शन हो सकता है। अगर आप अपने गंदे हाथों से योनी तो छू लेती हैं, और आपकी इम्यूनिटी कमज़ोर है, तो UTI की चपेट में आने की सम्भावना बढ़ जाती है।
क्या वेस्टर्न टॉयलेट से यूरिन इन्फेक्शन ज़्यादा होता है?
जब बात आती है यूटीआई इन्फेक्शन की तो इसका जोखिम तब और बढ़ जाता है, जब हम वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं। जोखिम और तब बढ़ जाता है, जब हम टॉयलेट के उपयोग के बाद अपने हाथ अच्छे से नहीं धोते। योनी में अगर टिशू पेपर का छोटा-सा टुकड़ा भी रह जाए, तो इससे भी ख़तरा बढ़ जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक, जब महिलाएं वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करती हैं, तो उनमें भारतीय टॉयलेट की तुलना इन्फेक्शन का ख़तरा 78.2 फीसदी बढ़ जाता है।
यूरिन इन्फेक्शन से क्या दूसरी बीमारियां भी हो सकती हैं?
इस इन्फेक्शन की वजह से पायलोनेफ्राइटिस, सिस्टिटिस या यूरेथ्राइटिस हो सकता है। इसकी वजह से वक्त से पहले डिलिवरी भी हो सकती है। कई मामलों में यूरिन इन्फेक्शन से होने वाले बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है। अगर इस इन्फेक्शन का इलाज सही समय पर न हो, तो इससे किडनी को भी नुकसान पहुंच सकता है। यूरिन इन्फेक्शन की चपेट में पुरुषों से ज़्यादा महिलाएं आती हैं।
यूटीआई से बचने के लिए क्या किया जा सकता है?
पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने से पहले सीट को साफ कर लें। प्राइवेट पार्ट्स को साफ करते वक्त शुरुआत आगे से करें और न की पीछे से। पेशाब करने के बाद हाथों को अच्छे से धो लें। टॉयलेट सीट पर अच्छे से बैठे ताकि पेशाब की बूंदें सीट पर न गिरें। ब्लैडर को खाली होने का समय दें। पेशाब करने के बाद पहले खुद को साफ करें उसके बाद ही सीट से उठें। आप यूटीआई से तब तक सुरक्षित हैं, जब तक हाइजीन का ख्याल रख रहे हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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