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    क्या Osteoporosis को रिवर्स किया जा सकता है? नई स्टडी में सामने आई सच्चाई

    Updated: Fri, 14 Jun 2024 09:17 AM (IST)

    बढ़ती उम्र के साथ अक्सर हमारी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसा कैल्शियम की मात्रा कम होने की वजह से होता है जिससे हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर शारीरिक गतिविधि की कमी की वजह से हड्डियों कमजोर होती हैं और बोन डेंसिटी कम होने लगती है। इसे Osteoporosis कहा जाता है जो महिलाओं में अधिक पाई जाती है।

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    कैसे करें ओस्टियोपोरोसिस से बचाव (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी हड्डियों से कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है और ये कमजोर होने लगती हैं, जिससे इनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है। इनएक्टिव लाइफस्टाइल हड्डियों को और भी कमजोर बनाती हैं और बोन डेंसिटी कम होती जाती है। इस स्थिति को ओस्टियोपोरोसिस कहते हैं। यह महिलाओं में अधिक पाई जाती है।

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    अक्सर लोग इस बात पर विचार करते हैं कि ओस्टियोपोरोसिस को रिवर्स किया जा सकता है या नहीं, लेकिन इसका सटीक जवाब कम लोगों को पता होता है। आइए जानते हैं कि सच्चाई क्या है। क्या वाकई ओस्टियोपोरोसिस को रिवर्स किया जा सकता है या फिर ये एक मिथक है-

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    सामने आई नई स्टडी

    हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार सही वर्कआउट और ट्रेनिंग के साथ स्वस्थ खानपान और सक्रिय जीवनशैली से ओस्टियोपोरोसिस से बचाव किया जा सकता है और इसे रिवर्स भी किया जा सकता है। मांसपेशियों को मजबूत बनाते हुए और लोड बढ़ाने से हड्डियां मजबूत होती हैं, जिससे फ्रैक्चर का खतरा कम होता है। इसलिए अच्छी बोन हेल्थ के लिए जरूरी है कि मस्कुलर हेल्थ भी अच्छी रहे।

    ओस्टियोपोरोसिस से ऐसे करें बचाव-

    • शरीर का मूवमेंट बनाए रखें। इनएक्टिव लाइफस्टाइल भी हड्डियों की डेंसिटी कम करने में भागीदार होती है। कुछ लोग बढ़ती उम्र के साथ चलना-फिरना और अन्य काम करना बंद करने लगते हैं, लेकिन ऐसा न करें। वॉक पर जाएं, घर के काम करें और शरीर को मूव कराते रहें।
    • उम्र के अनुसार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और वेट बियरिंग एक्सरसाइज करें, इससे बोन डेंसिटी में सुधार होता है।
    • सही खानपान रखें। कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन के2, मैग्नीशियम और अन्य हड्डियों के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट का सेवन करें। इससे पाचन तंत्र मजबूत रहेगा और कैल्शियम को अब्जॉर्ब करने में कोई समस्या नहीं होगी।
    • सप्लीमेंट लें। सही डाइट के साथ कैल्शियम और विटामिन डी के सप्लीमेंट डॉक्टर के निर्देशानुसार लें।
    • धूप में बैठें। इससे शरीर नेचुरल विटामिन डी बनाता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
    • नेचुरल एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन पर फोकस करें। इससे बोन रिमॉडलिंग और स्ट्रेंथ बनी रहती है।

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