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    Intermittent Fasting शुरू करने से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें, वरना फायदे की जगह कर बैठेंगे नुकसान

    हेल्दी और फिट रहने के लिए लोग कई तरह की डाइट करते हैं जिसमें इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे ज्यादा पॉपुलर है। ऐसे में अगर आप भी डाइटिंग के इस तरीके को शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपको इससे पहले कुछ बातें (Intermittent Fasting Tips) जान लेनी चाहिए। ये बातें इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के सही तरीके से जुड़ी हैं। आइए जानें इस बारे में।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 17 Apr 2025 12:32 PM (IST)
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    Intermittent Fasting करते वक्त ध्यान रखें ये बातें (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting - IF) आजकल वजन घटाने और हेल्थ को बेहतर बनाने का एक ट्रेंडिंग तरीका बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे शुरू करने से पहले कुछ बातों (Intermittent Fasting Tips) को जान लेना जरूरी है? अगर आप भी इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यहां दी गई 5 बातें (Intermittent Fasting Benefits and Risks) आपको जरूर ध्यान में रखनी चाहिए।

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    इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है?

    सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर इंटरमिटेंट फास्टिंग होती क्या है। यह एक ईटिंग पैटर्न है, जिसमें खाने और फास्टिंग के समय को फिक्स किया जाता है। यह कोई डाइट प्लान नहीं है, बल्कि खाने का एक फिक्स टाइम-साइकिल है, जैसे-

    • 16:8 मेथड-16 घंटे का फास्ट और 8 घंटे का खाने का समय।
    • 5:2 मेथड- हफ्ते के 5 दिन नॉर्मल खाना और 2 दिन कैलोरी इनटेक को कम करना।
    • ईट-स्टॉप-ईट- हफ्ते में 1 या 2 दिन 24 घंटे का फास्ट रखना।

    इससे मेटाबॉलिज्म सुधरता है, वजन कम होता है और शरीर में फैट बर्निंग प्रक्रिया तेज होती है।

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    इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे

    इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के कई फायदे भी हैं, जिनकी वजह से लोग इसे इतना फॉलो कर रहे हैं।

    • वजन कम करने में मदद- फास्टिंग के दौरान शरीर फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है।
    • इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है- डायबिटीज का खतरा कम होता है
    • सेल रिपेयर प्रोसेस (ऑटोफैजी) बढ़ता है- यह शरीर की डैमेज्ड सेल्स को रिपेयर करता है।
    • दिमाग के लिए फायदेमंद- मेमोरी और ब्रेन फंक्शन में सुधार होता है।
    • दिल की सेहत में सुधार- कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद मिलती है।

    किन लोगों को इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए? (Health Precautions)

    हालांकि, इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई फायदे हैं, लेकिन यह सभी के लिए सही नहीं है-

    • प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाएं
    • डायबिटीज या लो ब्लड शुगर वाले मरीज (बिना डॉक्टर की सलाह के)
    • कम वजन या ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोग
    • क्रॉनिक बीमारियों जैसे किडनी या लिवर की समस्या वाले लोग

    अगर आपको कोई हेल्थ कंडीशन है, तो इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

    इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान क्या खाएं?

    फास्टिंग के दौरान सही खानपान बेहद जरूरी है। फास्टिंग तोड़ते समय हेल्दी और न्यूट्रिशियस फूड्स को डाइट में शामिल करें, जैसे-

    • प्रोटीन से भरपूर फूडस्- अंडे, चिकन, दालें, पनीर
    • हरी सब्जियां और फाइबर- पालक, ब्रोकली, ओट्स
    • हेल्दी फैट्स- नट्स, एवोकाडो, ऑलिव ऑयल
    • लो-शुगर फ्रूट्स- सेब, बेरीज, कीवी

    जंक फूड, प्रोसेस्ड चीजें और शुगर वाले ड्रिंक्स से बचें, वरना फास्टिंग का पूरा फायदा नहीं मिलेगा।

    धीरे-धीरे शुरू करें और बॉडी को एडजस्ट करने दें

    अगर आप पहली बार इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं, तो एकदम से लंबे समय तक फास्ट न करें। हफ्ते में एक-दो दिन से फास्ट शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। पहले कुछ दिनों में थकान, चिड़चिड़ापन या सिरदर्द हो सकता है, लेकिन शरीर धीरे-धीरे एडजस्ट हो जाएगा।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।