Instant Noodles Side Effects: आप भी हैं इन्सटेंट नूडल्स के फैन, तो हो जाएं सतर्क, बन सकता है कैंसर का कारण
Instant Noodles Side Effects इंस्टेंट नूडल्स को पहली बार साल 1958 में जापान में बनाया गया था। जब इसका आविष्कार हुआ है तभी से यह पॉपुलर होने लगे। यह टेस्ट होने के साथ एक आसान फूड ऑप्शन भी है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Instant Noodles Side Effects: नूडल्स कम्फर्ट फूड है, जिसे खाकर आप अच्छा महसूस करते हैं। इसे तैयार करना भी आसान होता है, इसलिए जब आपका खाना पकाने का दिल न हो, तो आप इसे झट से बना लेते हैं। नूडल्स, मैदे, स्टार्च, पानी, नमक जैसी चीजों से तैयार किया जाता है। इसके साथ फ्लेवरिंग पैकेट भी आते हैं, जैसे सीजनिंग, नमक और मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG)।
नूडल्स आपके पेट के साथ आपके दिल को भी खुश जरूर कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सेहत को किस तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं?
नूडल्स किससे बनते हैं?
नूडल्स को आमतौर पर मैदे, पानी, नमक और एल्कलाइन मिनरल, कानसुई से तैयार किया जाता है। कानसुई से नूडल्स लचीले और चियूई बनते हैं। अमेरिका के कृषि विभाग के अनुसार, एक पैकेट नूडल्स में 14 ग्राम फैट्स और 6.58 ग्राम सैचुरेटेड फैट्स होते हैं।
ज्यादा नूडल्स खाने से क्या नुकसान होते हैं?
नूडल्स में फाइबर, विटामिन्स, खनिज और प्रोटीन की मात्रा बेहद कम होती है। इसे खाने से पेट जरूर भर जाता है, लेकिन नूडल्स में पोषक तत्व न के बराबर और कैलोरीज भरी होती हैं।
आइए जानें कि नूडल्स क्यों सेहत के हानिकारक माने जाते हैं:
सोडियम की मात्रा कहीं ज्यादा
100 ग्राम नूडल्स में 397-3678 एमजी सोडियम होता है, और कई बार इससे भी ज्यादा। इसमें कोई शक नहीं कि सोडियम शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है, लेकिन इसकी अत्याधिक सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।
नूडल्स झट से तैयार हो जाते हैं, यही वजह है कि इसे काफी खाया जाता है। हालांकि, इसका सेवन पेट के कैंसर, दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारी और यहां तक कि स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ाता है। WHO के अनुसार, दिन में 2-5 ग्राम सोडियम का सेवन सही है।
फाइबर और प्रोटीन की कमी
इन्सटेंट नूडल्स में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा काफी कम होती है, इसलिए इनसे दूरी बनाएं खासतौर पर अगर आप हेल्दी डाइट फॉलो कर रहे हैं या फिर वजन कम करना चाह रहे हैं। प्रोटीन पेट भरने का काम करता है और साथ भूख को भी कम करता है, वहीं, फाइबर पाचन को बढ़ावा देता है।
नूडल्स में होता है MSG
नूडल्स में एमएसजी भरपूर मात्रा में होता है, जो एक आम एडिटिव है। इसे प्रोसेस्ड फूड्स में डाला जाता है, जिससे स्वाद बढ़ता है और आपको नूडल्स टेस्टी लगते हैं। प्रोसेस्ड फूड्स में MSG का इस्तेमाल काफी आम है, लेकिन इसके बावजूद हेल्थ एक्सपर्ट्स इससे होने वाले नुकसान की वजह से इससे दूरी बनाने की सलाह देते हैं। ऐसी कई स्टडीज हुई हैं, जिससे साबित हुआ है कि एमएसजी के लगातार सेवन से गंभीर और क्रोनिक सिर दर्द, मतली, हाई ब्लड प्रेशर, कमजोरी, मांसपेशियों में जकड़न, सीने में दर्द, दिल की धड़कनों का तेज होना आदि शामिल है। MSG मोटापे और बढ़े हुए ब्लड प्रेशर का कारण भी बनता है।
महिलाओं में मेटाबॉलिक सिंड्रोम को बढ़ाता है
जिन महिलाओं को नूडल्स खाने का शौक है, उनके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इनका हफ्ते में एक से ज्यादा बार सेवन मेटाबॉलिक सिंड्रोम के खतरे को बढ़ाता है। फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप कितना हेल्दी खाते हैं और कितना वर्कआउट करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि सैचुरेटेड फैट्स का ज्यादा सेवन हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर लेवल और महिलाओं में डायबिटीज का जोखिम बढ़ा देता है।
आपके लिवर को भी पहुंचा सकता है नुकसान
हमारा लिवर अतिरिक्त फैट्स को अपने सेल्स में स्टोर कर सकता है। हालांकि, समय के साथ, नूडल्स जैसे प्रोसेस्ड फूड को खाने से लिवर खराब होना शुरू हो जाता है। लिवर अगर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है, तो इससे वॉटर रिटेंशन और सूजन हो सकती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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