अपर बॉडी को देना चाहते हैं परफेक्ट शेप, तो रोजाना करें ये 3 एक्सरसाइज
फ्लैट बैली के साथ अगर आप अपनी अपर बॉडी को भी परफेक्ट शेप देना चाहते हैं तो यहां दिए गए वर्कआउट्स पर डालें एक नजर। शेप के साथ अपर बॉडी स्ट्रेंथ को भी बढ़ाते हैं ये वर्कआउट्स।
स्ट्रॉन्ग अपर बॉडी की चाहत सभी की होती है क्योंकि इससे किसी भी शख्स की पर्सनैलिटी में काफी निखार आ जता है। अगर आप भी अपनी अपर बॉडी को परफेक्ट शेप देना चाहते हैं तो हम आपको यहां कुछ ऐसे वर्कआउट्स के बारे में बता रहे हैं जिन्हें एक्सपर्ट्स भी रिकमेंड करते हैं...
मिलिट्री प्रेस
यह एक बहुत अच्छा वर्कआउट है। यह डेल्टॉइड्स, लैट, बाइसेप्स, ट्राइसेप्स, ट्रैप्स, बाहों, छाती और पीठ को जोड़ने वाली मसल्स के लिए काम करता है। यह आपकी ताकत और मसल्स को बेहतर बनाने के लिए सबसे अच्छी अपर बॉडी वर्कआउट है। मिलिट्री प्रेस वर्कआउट करने के लिए आपको स्मिथ मशीन के साथ खड़ा होना है और उसमें लगी बारबेल यानि रॉड में अपनी कैपेसिटी के मुताबिक वेट डालना है, इसके बाद आपको इसे अपने कंधों से 2-3 इंच बाहर की ओर रखना है और फिर ऊपर उठाते हुए कुछ सेकेंड के लिए रुकना है। इसके बाद आप पहले वाली पोजिशन में आएं और ध्यान रखें कि बारबेल आफकी चिन के पास हो। इसे दोबारा दोहराएं। ध्यान रखें कि इसे हमेशा अपने ट्रेनर की देखरेख में ही करें।
बारबेल चेस्ट प्रेस
इसे डंबेल या स्मिथ मशीन के साथ कर सकते हैं। अपर बॉडी वर्कआउट के लिए यह अच्छी एक्सरसाइज में से एक है। जब आप इसे रोजाना करने लगेंगे और आपको इसमें महारत हासिल हो जाएगी तो आप इनक्लाइन, डिक्लाइन चेस्ट प्रेस और चेस्ट फ्लाइज भी कर सकते हैं। इसे करने से आपके कंधे और पीठ के साथ पेट की मसल्स भी मजबूत और स्टेबल होती है। इसे करने के लिए आपको बेंच पर अपनी पीठ को सहारा देते हुए लेटना है। अब आप अपने पैरों को सीधे फैला लें। आप बारबेल के साथ चेस्ट को ऊपर और नीचे की ओर ले जाएं।
वाइल्ड ग्रिप पुल-अप
यह भी एक अपर बॉडी वर्कआउट है, जिसे शोल्डर और पीठ की मसल्स मजूबत और डेवलप करने के लिए किया जाता है। इसका यूज कई खेलों में भी किया जाता है, जो ऊपरी बॉडी की ताकत और मसल्स में सुधार के लिए करवाई जाती है। इससे आपकी पीठ, कंधे, हाथ, कोर और छाती सभी को मजबूती मिलती है। वाइड ग्रिप पुल-अप, जैसा कि नाम से पता चलता है, इसमें आपको दोनों हाथ कंधों की सिधाई पर फैलाकर रखने होंगे। इसे करने के लिए पुल-अप्स करने होते हैं। इसमें पूरे 5 सेट और करीब 10-12 रिपीटीशंस होते हैं।
अगर आप इन वर्कआउट्स को डेली रूटीन का हिस्सा बनाते हैं तो कम वक्त में अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे।