Benefits of Apples: पाना चाहते हैं एनीमिया की समस्या से निजात, तो रोजाना इस समय खाएं 1 सेब
Benefits of Apples हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जब शरीर में 14-16 ग्राम प्रति डीएल से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है तो एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। आसान शब्दों में कहें तो व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित हो सकता है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Benefits of Apples: आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि सेहतमंद रहने के लिए रोजाना एक सेब खाना चाहिए। हालांकि, सेब कब खाना चाहिए ? इसकी जानकारी सभी को नहीं है। सही समय पर सेब खाने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। इसके लिए अंग्रेजी में एक कहावत है- "An apple a day keeps the doctor away"। हिंदी में इसका मतलब यह है कि रोजाना सेब खाने वाले लोग जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं। आसान शब्दों में कहें तो डॉक्टर से दूर रहते हैं। सेब सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से कई बीमारियों में फायदा मिलता है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, हृदय रोग का खतरा कम होता है, वेट लॉस में फायदेमंद है। इसके अलावा, सेब खाने से शरीर में आयरन की पूर्ति होती है। आइए, सेब खाने के फायदे और समय जानते हैं-
सेब
सेब में विटामिन सी, प्रोटीन, एंटी इन्फ्लेमेटरी, फ्लेवोनोइड क्वेरसेटिन, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम समेत कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। विटामिन-सी से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, पोटेशियम के चलते हाई बीपी कंट्रोल में रहता है, फाइबर की वजह से कब्ज और मोटापा की समस्या से निजात मिलता है। हाई बीपी कंट्रोल में रहने से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है।
एनीमिया में फायदेमंद
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जब शरीर में 14-16 ग्राम प्रति डीएल से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है, तो एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। आसान शब्दों में कहें तो व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित हो सकता है। इस स्थिति में भूख न लगना, कमजोरी, हार्ट रेट कम होने की समस्या होती है। इस बीमारी को दूर करने के लिए सेब का सेवन कर सकते हैं। सेब के सेवन से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है। सुबह के समय में सेब खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। वहीं, शाम और सूर्यास्त के बाद सेब का सेवन न करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।