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    अगर आप भी हैं चिकन खाने के शौकीन, तो जान लें कैसे बन सकता है यह कैंसर का कारण

    चिकन अगर सीमित मात्रा में खाया जाए तो यह प्रोटीन का अच्छा सोर्स हो सकता है। लेकिन अगर आप हफ्ते में 300 ग्राम से ज्यादा चिकन खा रहे हैं तो यह पेट के कैंसर (Chicken Causes Cancer) और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यह हम नहीं एक नई स्टडी कह रही है। आइए जानें क्या है यह नई स्टडी।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Mon, 05 May 2025 08:47 AM (IST)
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    चिकन बढ़ा सकता है कैंसर का खतरा? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। चिकन (Chicken) को अक्सर प्रोटीन का एक हेल्दी सोर्स माना जाता है, लेकिन हालिया स्टडी में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। एक नई स्टडी के अनुसार, हफ्ते में 300 ग्राम से ज्यादा चिकन को डाइट में शामिल करने से गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल कैंसर (पेट और आंतों का कैंसर) (Chicken Causes Cancer) से मौत का खतरा बढ़ सकता है।

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    इस स्टडी (Study) की खोज पहले के उन दावों के बिल्कुल उल्टी है, जिनमें चिकन को दिल के लिए फायदेमंद और लीन प्रोटीन का अच्छा सोर्स बताया गया था। आइए जानते हैं कि इस स्टडी में और क्या बात सामने आई है और चिकन की जगह और कौन से फूड्स प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स हैं।

    (Picture Courtesy: Freepik)

    स्टडी में क्या आया सामने? 

    ज्यादा चिकन खाने से बढ़ता है कैंसर का खतरा

    स्टडी के मुताबिक, हफ्ते में 300 ग्राम से ज्यादा चिकन खाने वालों में गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल कैंसर से मृत्यु का जोखिम 2.3% ज्यादा पाया गया। पुरुषों के लिए यह खतरा 2.6% तक बढ़ जाता है।

    हफ्ते में 10.5 औंस (लगभग 300 ग्राम) से ज्यादा पोल्ट्री खाने वालों में डेथ रेट 27% ज्यादा 

    अमेरिकी डाइटरी गाइडलाइन्स (DGA 2020-2025) के अनुसार, हफ्ते में 26 औंस (लगभग 740 ग्राम) तक लीन मीट, पोल्ट्री और अंडे खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस स्टडी में पाया गया कि 300 ग्राम से ज्यादा चिकन खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

    यह भी पढ़ें: Protein की कमी से शरीर में हो सकती हैं 6 परेशानियां, यहां जान लें रोज कितना प्रोटीन लेना है जरूरी

    क्यों हो सकता है चिकन खतरनाक?

    • एंटीबायोटिक्स और हॉर्मोन्स- फैक्ट्री फार्मिंग में पाले जाने वाले मुर्गों को तेजी से बढ़ने के लिए एंटीबायोटिक्स और हॉर्मोन दिए जाते हैं, जो मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं।
    • पेस्टिसाइड्स के दुष्प्रभाव- कुछ इलाकों में मुर्गियों के चारे में भारी मात्रा में कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है, जो मांस के जरिए हमारे शरीर में पहुंच सकते हैं।

    चिकन की जगह क्या खाएं? 

    अगर चिकन की ज्यादा मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है, तो प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं-

    • मछली (फैटी फिश)- सालमन, मैकेरल, सार्डिन्स जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद हैं। इनमें प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन-डी और सेलेनियम भी होता है।
    • अंडे- अंडे हाई-क्वालिटी प्रोटीन का सबसे सस्ता और आसान सोर्स हैं। इनमें विटामिन-बी12, कोलीन और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं।
    • दालें और फलियां- मसूर दाल, राजमा, छोले, सोयाबीन जैसी दालें प्रोटीन और फाइबर का अच्छा सोर्स हैं। ये प्लांट-बेस्ड प्रोटीन हैं और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
    • टोफू और पनीर- सोया से बना टोफू प्रोटीन और आयरन से भरपूर होता है। पनीर (कॉटेज चीज) भी लीन प्रोटीन का अच्छा ऑप्शन है।
    • नट्स और सीड्स- बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज, चिया सीड्स में प्रोटीन के साथ हेल्दी फैट्स भी होते हैं।

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    Source: 

    MDPI: https://www.mdpi.com/2072-6643/17/8/1370