Benefits of vrikshasana: जानें क्या है वृक्षासन, कैसे करें और क्या है इसके फायदे
Benefits of vrikshasana प्रातः काल योग करने के अनेकों फायदे हैं। इससे न केवल शारीरिक दुर्बलता कम होती है बल्कि मानसिक शांति भी प्राप्त होती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Benefits of vrikshasana : प्रातः काल योग करने के अनेकों फायदे हैं। इससे न केवल शारीरिक दुर्बलता कम होती है बल्कि मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। ऐसे में योग का जीवन में बहुत विशेष महत्व है। हालांकि, योग के अनेकों आसन है, लेकिन आज हम आपको वृक्षासन क्या है, कैसे करें और इसके क्या फायदे हैं। इस बारे में बताने जा रहे हैं।
वृक्षासन क्या है
वृक्षासन दो शब्दों से मिलकर बना है। वृक्ष अर्थात पेड़ और आसन अर्थात मुद्रा- वृक्ष की मुद्रा में खड़ा रहना वृक्षासन कहलाता है। इस योग को ध्यान योग भी कहा जाता है।
कैसे करें वृक्षासन
इसके लिए सबसे पहले स्वच्छ वातावरण में एक दरी अथवा मैट बिछा लें। अब सूर्य की दिशा में मुखकर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाए। इसके बाद अपने दोनों हाथों को हवा में लहराते हुए ऊपर ले जाएं और अपने बाएं पैर को दाहिने थाई पर रखें। इसके बाद सूर्य को साक्षी मानकर वृक्ष मुद्रा में खड़े हो जाए। जब तक आप अपने शरीर को नियंत्रित कर सकते हैं। उतने समय तक इस योग को करें। फिर पहली पोजीशन में आ जाए। इसे रोजाना कम से कम 10 बार जरूर दोहराएं।
वृक्षासन के फायदे
लंबाई बढ़ाने में है सहायक
खासकर, बच्चे के लिए वृक्षासन वरदान जैसा है। इस योग को करने से बच्चों की लम्बाई बढ़ती है। ऐसे में ग्रोइंग स्टेज के बच्चों को वृक्षासन करने की जरूर सलाह दें। इससे पैर और हाथों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है जो लंबाई बढ़ाने में बेहद ही फायदेमंद होता है।
तनाव में भी है कारगर
इस योग को ध्यान योग भी कहा जाता है क्योंकि इस योग को करने वक्त ध्यान और एकाग्रता की जरूरत होती है। ध्यान से भटकने पर योग सफल नहीं हो पाता है। ऐसे में वृक्षासन को करने के लिए ध्यान की विशेष जरूरत होती है। वहीं, अगर आप इसे प्रतिदिन करते हैं तो इससे एकाग्रता बढ़ेगी और ध्यान भी एकचित्त होगा। जिससे तनाव की समस्या दूर हो जाती है।
पैरों को मजबूत बनाता है
अगर वृक्षासन को प्रतिदिन करते हैं तो इससे आपके पैरों की मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी। साथ ही शरीर में रक्त संचार सुचारु रूप से होगा। अगर आप रक्त चाप की समस्या से जूझ रहे हैं तो इस योग को न करें।