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    Reading Benefits: नॉलेज ही नहीं बढ़ाती किताबें बल्कि आपकी मेंटल हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद है पढ़ना

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Mon, 18 Dec 2023 10:52 AM (IST)

    Reading Benefits रीडिंग एक बहुत ही हेल्दी एक्सरसाइज है। जो आपको मेंटली हेल्दी रखने का काम करती है। तनाव अवसाद जैसी कई समस्याओं से आप इस एक एक्सरसाइज को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करके दूर रख सकते हैं। साथ ही किताबों में मिलने वाली नॉलेज आपका कॉन्फिडेंस बढ़ाने का भी काम करती है। आइए जानते हैं पढ़ने से होने वाले कुछ ऐसे ही लाभों के बारे में।

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    Reading Benefits: पढ़ने से सेहत को होने वाले लाभ

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Reading Benefits: पढ़ना एक बहुत ही आदत है, जिससे आप अपनी सेहत ही नहीं, बल्कि पर्सनैलिटी में भी सुधार ला सकते हैं। यहां तक कि पढ़ने से तनाव, अवसाद जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। रीडिंग हैबिट्स रिलैक्सिंग में भी मदद करती है। रोजाना महज कुछ मिनट पढ़ने से आप एक या दो नहीं, बल्कि कई सारे फायदे पा सकते हैं। आइए जानते हैं रीडिंग हैबिट के कुछ ऐसे ही लाभों के बारे में।

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    अच्छी नींद में मददगार  

    अगर आप नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इससे लिए दवाइयां या किसी दूसरी थेरेपी लेने से पहले रीडिंग हैबिट को अपनाकर देखें। इससे बिना ज्यादा एफर्ट के आपकी ये समस्या दूर हो जाएगी। दरअसल पढ़ने से स्ट्रेस खुद-ब-खुद दूर हो जाता है और स्ट्रेस एक बहुत बड़ी वजह है नींद न आने की। पढ़ने से मन शांत होता है, जिससे सुकून भरी नींद आती है। 

    तनाव से राहत 

    तनाव का हमारी सेहत से डायरेक्ट कनेक्शन है। मतलब बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेना फिजिकल और मेंटल दोनों ही हेल्थ के लिए खराब है, तो इससे भी राहत दिलाने में किताबों का साथ है बेहद मददगार। पढ़ने से दिमाग की मसल्स रिलैक्स होती हैं। 

    क्रिएटिविटी और नॉलेज बढ़ाता है  

    पढ़ने से आप नॉलेज के मामले में दूसरों से आगे रहते हैं, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। नॉलेज और आत्मविश्वास आपके करियर ग्रोथ में हेल्पफुल साबित हो सकता है। इसके अलावा पढ़ने से आपका क्रिएटिव माइंड डेवलप होता है। चीज़ों को अलग तरीके से सोचने और समझने की क्षमता में सुधार होता है। 

    भावनात्मक स्वास्थ्य 

    किताबें पढ़ने से नॉलेज तो मिलती ही है साथ ही कई बार कुछ कहानियां व घटनाएं ख़ुशी, भय, दुख और आश्चर्य जैसी कई दूसरी भावनाओं का भी एहसास कराती हैं। जो हमें मानसिक रूप से स्ट्रॉन्ग बनाते हैं और इन परिस्थितियों को कैसे डील करना है इसके भी तरीके सिखाते हैं। किताबों के जरिए दूसरे लोगों और उनकी संस्कृतियों से भी जुड़ने का मौका मिलता है। 

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    Pic credit- freepik