Holi 2022: गर्भवती महिलाओं के लिए होली खेलना क्या है सुरक्षित? जानें एक्सपर्ट्स की राय
Holi 2022 रंगों के त्योहार होली को झूम कर मनाना किसे पसंद नहीं होता। बस मुश्किल आती है कैमिकल युक्त रंगों को छुड़ाने और इसके स्वास्थ्य पर होने पर प्रभावों से। आज हम बता रहे हैं कि गर्भवती महिलाओं को होली खेलते वक्त किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?
नई दिल्ली, रूही परवेज़। Holi 2022: होली का त्योहार आ चुका है और सबने इसे धूमधाम से मनाने के लिए कमर कस ली है। होली मज़ेदार त्योहार ज़रूर है, लेकिन ज़रा सी भी लापरवाही बड़ी मुसीबत बन सकती है। खासतौर पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए। आज हमें मेडिकल एक्सपर्ट्स बता रहे हैं कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए होली खेलना कितना सुरक्षित है। अगर खेल रही हैं तो किस तरह की सावधानियों का ख्याल रखना चाहिए?
गर्भवती महिलाओं के लिए होली खेलना कितना सुरक्षित?
क्लाउडनाइन हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट - गाइनोकोलॉजी, डॉ. रितु सेठी ने बताया, "प्रेग्नेंसी के दौरान प्लेसेंटा और ओवरीज़ से निकलने वाले हार्मोन्स, जोड़ों, लिगामेंट्स को नर्म और ढीला बना देते हैं, जिसकी वजह से कमर दर्द, जोड़ों में दर्द और जोड़ों में अकड़न जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। यही वजह है कि इस दौरान किसी भी ज़्यादा मेहनत वाली गतिविधि से बचना चाहिए, फिर चाहे आप कार्डियो या रनिंग जैसी एक्सरसाइज़ ही क्यों न करती हों। इससे शरीर में चोट आ सकती है और यहां तक कि पानी की थैली का समय से पहले टूटना, समय से पहले प्रसव या यहां तक कि गर्भपात का जोखिम या देर से गर्भावस्था में रक्तस्राव हो सकता है। हानिकारक रंगों को त्वचा पर लगाने से वे रक्त में समा जाते हैं, जिससे विकासशील भ्रूण पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। महंदी, चुकंदर या फिर फूल से बने रंगों से खेल सकती हैं।"
होली खेलते वक्त किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए?
मैत्री वुमनस हेल्थ की फाउंडर, डॉ. अंजलि कुमार का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान होली खेलना सुरक्षित होता है, लेकिन फिर भी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कुछ सावधानियां ज़रूर बरतनी चाहिए।
1- होली खेलते समय आप किन रंगो का इस्तेमाल कर रहे हैं इसको लेकर बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। होली के कई रंगों में आमतौर पर हानिकारक पदार्थों से बने सिंथेटिक रंग होते हैं, जो त्वचा और रेस्पिरेटरी सिस्टम द्वारा शरीर के अंदर चले जाते हैं। इससे कई गंभीर रिएक्शन और एलर्जी हो सकती हैं। कुछ रंग खून में भी जा सकते हैं और बच्चे के बल्ड सर्कुलेशन तक भी पहुंच सकते हैं।
2- बाजार में उपलब्ध आर्गेनिक रंग पूरी तरह से आर्गेनिक नहीं होते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप इस तरह के रंगो से सावधान रहें और मेंहदी, पालक, हल्दी, चुकंदर, टेसू और अन्य चीज़ों से तैयार होममेड होली के रंगों का उपयोग करें। आप फूलों की पंखुड़ियों जैसे गुलाब, गेंदा आदि के साथ भी होली खेल सकते हैं।
3-अगर आप रंगों से खेलते हैं, तो अपने पूरे शरीर और बालों पर नारियल का तेल लगाएं, पूरी बाजू के कपड़े पहनें और नेलपेंट लगाएं।
4-रंग को अपने शरीर पर बहुत देर तक रहने न दें, सूखने से पहले इसे धो लें। चश्मों या धूप के चश्मे का उपयोग करके अपनी आंखों की सुरक्षा करें।
5-बहुत ज्यादा भीड़ में होली न खेलें क्योंकि इससे आप फिसलने या गिरने से घायल हो सकते हैं।
6-आरामदायक कपड़े और जूते पहनें। जो फिसलते न हो।
7-घर में बनी मिठाइयों को ही खाएं। बाहर के खाने से बचना ज्यादा सुरक्षित होता है। बाहर के खानें से संक्रमण हो सकता है।
8-भांग या शराब न पिएं।
9-अपने आपको हाइड्रेटेड रखें।
10-अगर आपको चक्कर आना, जी मिचलाना/उल्टी महसूस हो या रंगों से कोई गंभीर एलर्जी हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
11- अगर आपने गलती से रंग खा लिया है तो उल्टी न करें, इसके बजाय अपना मुंह पानी से धो लें और तुरंत अस्पताल मे जाएं।