Heart Health: हार्ट के मरीज भूलकर भी इन चीजों का न करें सेवन, बिगड़ सकती है सेहत
Heart Health जानकारों की मानें तो हृदय को स्वस्थ रखने के संतुलित आहार रोजाना एक्सरसाइज और तनाव से दूी जरूरी है। इन नियमों का पालन करने से हृदय सेहतमंद रहता है। वहीं हृदय रोग से पीड़ित लोगों को भी अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Heart Health: हृदय शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है। यह रक्त परिसंचरण में अहम भूमिका निभाता है। दिल एक मिनट में तकरीबन 60-90 बार धड़कता है। इस दौरान रक्त शरीर में पहुंचता है। हृदय को ऑक्सीजन रक्त से मिलता है। इसके लिए हृदय का स्वस्थ रहना जरूरी है। जानकारों की मानें तो हृदय को स्वस्थ रखने के संतुलित आहार, रोजाना एक्सरसाइज और तनाव से दूी जरूरी है। इन नियमों का पालन करने से हृदय सेहतमंद रहता है। वहीं, हृदय रोग से पीड़ित लोगों को भी अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर आप भी हृदय रोग के मरीज हैं, तो इन चीजों का सेवन भूलकर भी न करें। इनके सेवन से आपकी सेहत बिगड़ सकती है। आइए जानते हैं-
-हृदय रोग के मरीजों को नमक का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। इसके लिए नमकीन स्नैक्स का सेवन न करें। बाजार में बिकने वाले स्नैक्स में नमक की मात्रा अधिक होती है। इससे उच्च रक्तचाप बढ़ने लगता है। रक्तचाप बढ़ने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए स्नैक्स का सेवन न करें।
-जानकारों की मानें तो अत्यधिक मात्रा में चीनी और चीनी से बनी चीजों के सेवन से रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने लगता है। इससे हाइपरग्लेसेमिया की समस्या होती है। शरीर में शर्करा मात्रा बढ़ने से हाइपरग्लेसेमिया की बीमारी होती है। इससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए शुगर रिच स्नैक्स का सेवन कम करें।
-बेकरी की चीजों से परहेज करें। बेकरी में मिलनी वाली पेस्ट्री, केक आदि चीजों में चीनी और संतृप्त वसा प्रचुर मात्रा में होती है। आसान शब्दों में कहें तो चीनी से इन चीजों को बनाया जाता है। नियमित रूप से बेक्ड चीजों के सेवन से हृदय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके लिए बेक्ड चीजों के सेवन से परहेज करें।
-प्रोसेस्ड फ़ूड के सेवन से भी परहेज करें। इनमें फैट, शुगर और कार्ब्स प्रचुर मात्रा में रहता है। ये सेहत के लिए नुकसानदेह होते हैं। इससे मोटापा का भी खतरा भी बढ़ जाता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।