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    Health News: सोरायसिस के गंभीर मरीजों को दिल की बीमारी का अधिक खतरा !

    आजकल त्वचा संबंध रोग सोरायसिस से कई लोग परेशान हैं। हालांकि यह आम त्वचा रोग से अलग है क्योंकि इसमें रोग प्रतिरोधक तंत्र स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगता है। इससे त्वचा लाल हो जाती है और इस पर पपड़ी-सी बनने लगती है। यह एक तो देखने में खराब लगता है वहीं पीड़ित को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।

    By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Thu, 21 Sep 2023 07:20 AM (IST)
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    सोरायसिस के गंभीर मरीजों को दिल की बीमारी का अधिक खतरा (फाइल फोटो)

    आजकल त्वचा संबंध रोग सोरायसिस से कई लोग परेशान हैं। हालांकि यह आम त्वचा रोग से अलग है, क्योंकि इसमें रोग प्रतिरोधक तंत्र स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगता है। इससे त्वचा लाल हो जाती है और इस पर पपड़ी-सी बनने लगती है। यह एक तो देखने में खराब लगता है, वहीं पीड़ित को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। एक शोध में यह भी सामने आया है कि गंभीर सोरायसिस मरीजों में दिल से जुड़ी बीमारी का भी अधिक खतरा रहता है।

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    यह शोध एलजेवियर जर्नल आफ इन्वेस्टिगेटिव डर्मेटोलाजी में प्रकाशित किया गया है। सोरायसिस से विश्व भर में एक बड़ी आबादी प्रभावित है। शोधकर्ताओं ने 503 सोरायसिस मरीजों को अपने अध्ययन में शामिल किया। उन सभी में सामान्य रूप से दिल से जुड़ी किसी तरह की समस्या के क्लीनिकल साक्ष्य मौजूद नहीं थे। जब इनकी गहन जांच की गई तो 30 प्रतिशत में कोरोनरी माइक्रोवस्कुलर संबंधी समस्या पाई गई। यह हृदय संबंधी एक समस्या होती है। 

    पेडोमा विश्वविद्यालय के मेडिसिन विभाग के त्वचा रोग विशेषज्ञ स्टीफेनो पियासेरिको का कहना है कि हम हृदय संबंधी रोग कोरोनरी माइक्रोवस्कुलर डिस्फंक्शन के संबंध में और अध्ययन करना चाहते हैं। उनका कहना है कि सोरायसिस के मरीजों में हृदय संबंधी समस्या का समय रहते पता लगाने में कामयाबी मिलना अहम शोध है। इससे हार्ट फेल जैसी घटनाओं को टालने में मदद मिल सकती है।