Health News: गाय के गोबर से तैयार किया जीवाणुरोधक पेंट
गांव के घरों की दीवारों और फर्श पर गोबर के लेप की पुरानी परंपरा ने धनबाद के इंजीनियर अभिषेक सिंह की जिंदगी ही बदल दी। मनईटांड़ के अभिषेक ने गोबर से पेंट बनाना शुरू किया है। देसी गाय के गोबर से बना यह पेंट गर्मियों में घर के अंदर के तापमान को भी दो डिग्री तक कम करता है।

आशीष सिंह, धनबाद। गांव के घरों की दीवारों और फर्श पर गोबर के लेप की पुरानी परंपरा ने धनबाद के इंजीनियर अभिषेक सिंह की जिंदगी ही बदल दी। मनईटांड़ के अभिषेक ने गोबर से पेंट बनाना शुरू किया है। देसी गाय के गोबर से बना यह पेंट गर्मियों में घर के अंदर के तापमान को भी दो डिग्री तक कम करता है। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (आइएसएम) धनबाद के अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र में भी इस प्राकृतिक पेंट को जगह मिली है।
अभिषेक हर माह पांच हजार लीटर पेंट रांची, बोकारो और धनबाद के बाजारों में बिक्री के लिए भेज रहे हैं। बुलंदशहर से 2009 में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले अभिषेक ने मल्टीनेशनल कंपनी में काम का अवसर मिला। पर, वहां मन नहीं रमा तो खुद का स्टार्टअप शुरू करने की ठानी। गोबर पेंट का व्यवसाय करने का मकसद था कि इसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का भी हिस्सा बन सकता था।
बकौल अभिषेक गोबर से डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट बनाया है। इसे "अष्ट लाभ खादी प्राकृतिक पेंट" नाम दिया है। यह पर्यावरण की सुरक्षा के साथ, जीवाणुरोधक, एंटीफंगल, भारी धातुओं से मुक्त, गंधहीन, तापरोधक, विषरहित, टिकाऊ व सस्ता है। चार घंटे में सूखेगा और पांच साल दीवारों पर बना रहेगा: यह प्रयोग के चार घंटे बाद सूख जाता है, पांच साल तक ऐसे ही दीवारों पर बना रहता है। गंदा होने पर दीवार को धो भी सकते हैं। अब कोशिश है कि इस पेंट में प्रयोग होने वाले रंग भी पेड़ पौधों से ही बनाएं। खादी इंडिया इस पेंट का पेटेंट करा चुका है।
ऐसे तैयार होता है प्राकृतिक पेंट
गाय के गोबर को पहले प्रीमिक्स मशीन में पानी के साथ मिलाकर तीन से चार घंटे के लिए छोड़ दिया जाता है। पूरी तरह घुलने के बाद गोबर की स्लरी को ट्रिपल डिस्क रिफ्रेशर (टीडीआर) में पिसने के लिए छोड़ देते हैं। फिर 90 डिग्री तापमान पर आधे घंटे के लिए गर्म कर सात घंटे तक ठंडा करते हैं। इसे कार्बोक्सी मिथाइल सेलुलोज (सीएमसी) कहते हैं। चूना, टेलकम पाउडर, विभिन्न प्लांट से निकलने वाले रेजिन और टाइटेनियम डाइआक्साइड को मिलाते हैं। प्राकृतिक गुणवत्ता के लिए रेजिन की जगह अलसी का तेल मिलाते हैं।
तापमान दो डिग्री तक कम होने का दावा
खादी प्राकृतिक पेंट में दो तरह का पेंट डिस्टेंपर और इमल्शन बनाया जा रहा है। दोनों में अंतर यही है कि डिस्टेंपर की लाइफ इमल्शन से कम होती है। बजार में उपलब्ध ब्रांडेड पेंट से आधी कीमत में है। उनका दावा है कि आंतरिक एवं बाहरी दोनों दीवारों पर इमल्शन करने पर तापमान दो डिग्री तक कम हो जाएगा।
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