पके नहीं कच्चे केले से बनाएं सेहत और करें वजन कम
डायबिटीज मोटापे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चा केला है बेहतरीन ऑप्शन। इतना ही नहीं ये और भी कई प्रॉब्लम्स से रखता है दूर।
केला ज्यादातर लोगों के पसंदीदा फलों में शामिल होता है लेकिन मोटापे और डायबिटीज के चलते कई लोग इसे खा नहीं पाते। तो अगर आपको केले का स्वाद इतना पसंद है तो क्यों न इसे हरे कच्चे केले से रिप्लेस करके देखें। इसमें भी कई तरह के न्यूट्रिशन होते हैं जो हैं हर तरह सेहत के लिए फायदेमंद। तो बेफ्रिक होकर खाएं केले के चिप्स और सब्जी।
कच्चे केले में मौजूद न्यूट्रिशन
न्यूट्रिशन के मामले में कच्चा और पका केला समान ही होता है। कच्चे केले में 2-3 ग्राम फाइबर और 80% कार्बोहाइड्रेट होता है।
कच्चे केले से होने वाले सेहत के फायदे
1. डाइजेस्टिव सिस्टम होता है इम्प्रूव
हरे केले में फाइबर की अच्छी-खासी मात्रा होती है। जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम सही रहता है और कब्ज से राहत मिलती है। इतना ही नहीं इससे कोलन कैंसर का खतरा भी काफी हद तक कम रहता है।
2. ब्लड शुगर लेवल रखें कंट्रोल
डायबिटीज के मरीजों को पके केले की जगह कच्चा केला खाना चाहिए। इसमें मौजूद पेक्टिन और स्टॉर्च ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
3. वजन घटाने में मददगार
जैसा कि हम जान चुके हैं कि कच्चे केले में फाइबर और स्टॉर्च की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। तो भूख लगने पर इससे बने स्नैक्स खाएं इससे पेट अच्छी तरह भर जाता है जिससे ओवरइटिंग से बच जाते हैं। बॉडी में एक्स्ट्रा कैलोरी नहीं जमा होती जो मोटापा बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है।
4. कॉर्डियोवेस्कुलर हेल्थ रखता है सही
कच्चे केले में पोटैशियम मौजूद होता है। जिससे ब्लड प्रेशर लेवल कंट्रोल में रहता है। कॉर्डियोवेस्कुलर प्रॉब्लम एक तरह से मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है।
क्या कच्चे केले के कोई साइड इफेक्ट हैं
वैसे तो कच्चे केला खाना हर तरह से सुरक्षित है लेकिन अगर आप किसी तरह की पेट की परेशानियों से जूझ रहे हैं तो हो सकता है इसे खाने के बाद आपको थोड़ी दिक्कत हो। ब्लॉटिंग और गैस की प्रॉब्लम भी इससे हो सकती है।
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