Move to Jagran APP

Vitamin D Deficiency Signs: स्कैल्प पर आता है ज्यादा पसीना, तो हो सकती है विटामिन डी की कमी

Vitamin D Deficiency Signs विटामिन डी की कमी बॉडी को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। अगर इसकी कमी का जल्द पता लगा लिया जाए तो हड्डियों को होने वाले नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

By Shahina NoorEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 06:00 PM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 09:56 PM (IST)
विटामिन डी की कमी होती है उनमें पसीना मुख्य रूप से सिर और गर्दन में दिखाई देता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हमारा लाइफस्टाइल और खान-पान ऐसा हो गया है कि हम लोग ज्यादातर समय एयरकंडीशनर रूम में बंद रहते हैं, खाने-पीने के नाम पर सिर्फ पेट भरते हैं जिससे बॉडी में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। सर्दी में धूप हमारी बॉडी के लिए जरूरी है जिससे हमारी बॉडी को विटामिन डी मिलता है। हमारा लाइफस्टाइल ऐसा बन गया है कि हम बेहद कम समय ही धूप में निकलते हैं। आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर के लोगों में धूप से मिलने वाले विटामिन डी की कमी हो रही है। विटामिन डी की कमी मांसपेशियों में कमजोरी और थकान का सबसे बड़ा कारण है। विटामिन डी की कमी बॉडी को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। अगर इसकी कमी का जल्द पता लगा लिया जाए तो हड्डियों को होने वाले नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। सवाल यह उठता है कि कैसे पहचाने की बॉडी में विटामिन डी की कमी हो गई है। आइए जानते हैं कि इस बीमारी का शुरूआती लक्षण कौन से हैं जो हमें इस विटामिन की कमी होने के संकेत देते हैं।

loksabha election banner

स्कैल्प पर पसीना ज्यादा आना

विटामिन डी की कमी का सबसे बड़ा कारण बालों और स्कैल्प पर पसीना आना है। हालांकि पसीना हम सभी को आता है किसी को ज्यादा पसीना आता है तो किसी को कम आता है। पसीना आना न केवल असहज महसूस कराता है बल्कि यह हमारी आंतरिक सेहत के भी संकेत देता है। सिर में ज्यादा पसीना आना न्यूरोमस्कुलर इरिटेबलिटी और पसीने के ग्लैंड की अधिक उत्तेजना के कारण होता है। जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है उनमें पसीना मुख्य रूप से सिर और गर्दन में दिखाई देता है।

रोज़ाना पर्याप्त विटामिन डी कैसे लें:

गर्मी के मौसम में सूरज से विटामिन डी हासिल करना आसान है लेकिन सर्दी में सूरज से विटामिन डी प्राप्त करने में परेशानी होती है। अक्टूबर से मार्च के बीच घने कोहरे के कारण सूर्य की कम तीव्रता पृथ्वी पर पहुंचती है, जिससे पर्याप्त मात्रा में इसे अवशोषित करना कठिन हो जाता है। इसलिए ठंड के मौसम में पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करने के लिए धूप में अधिक समय तक रहना पड़ता है। गर्मियों और वसंत ऋतु में धूप में 10 से 20 मिनट बिताना भी काफी होता है। लेकिन सर्दियों में विटामिन डी हासिल करने के लिए आपको कम से कम 2 घंटे बिताना पड़ते हैं। सर्दी में 70 वर्ष से कम उम्र के वयस्कों के लिए 600 आईयू और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए 800 आईयू विटामिन डी की आवश्यकता होती है। सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है। जब त्वचा सूरज की रोशनी के संपर्क में आती है, तो हमारा शरीर कोलेस्ट्रॉल को विटामिन डी में बदल देता है।

किन फूड से हासिल कर सकते हैं विटामिन डी:

सूर्य की किरणों के अलावा कुछ खाद्य पदार्थ भी आपको यह पोषक तत्व प्रदान कर सकते हैं। आप फूड से विटामिन डी लेना चाहते हैं तो ऑयली फिश, कॉड लिवर ऑयल, रेड मीट, फोर्टिफाइड अनाज, फोर्टिफाइड स्प्रेड, अंडे की जर्दी, पालक, केल, भिंडी और सोयाबीन का सेवन कर सकते हैं। आप इस विटामिन का सेवन बढ़ाने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद विटामिन डी की खुराक भी ले सकते हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.