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    Glaucoma Symptoms: आपकी आंखों की रोशनी खत्म कर सकता है 'काला मोतियाबिंद'

    By Jagran NewsEdited By: Ruhee Parvez
    Updated: Mon, 10 Jul 2023 05:09 PM (IST)

    ग्लूकोमा किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन आमतौर पर इसका जोखिम उम्रदराज लोगों में ज्यादा हो जाता है। यह 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अंधेपन के प् ...और पढ़ें

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    Glaucoma: क्या है ग्लूकोमा, जानें कैसे होते हैं काले मोतियाबिंद के लक्षण

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Glaucoma Symptoms: ग्लूकोमा आंखों की सेहत से जुड़ी एक बीमारी है, इसे काले मोतियाबिंद के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति में हमारी ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचता है। हमारी ऑप्टिक नर्व ही आंखों से देखी गई जानकारी को ब्रेन तक पहुंचाती है। यह आमतौर पर तब होता है जब आपकी आंख के सामने वाले हिस्से में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। वह अतिरिक्त तरल पदार्थ आपकी आंख में दबाव बढ़ाता है, जिससे ऑप्टिक तंत्रिका (नर्व) को नुकसान पहुंचता है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ग्लूकोमा अंधेपन का एक प्रमुख कारण है, लेकिन ग्लूकोमा से होने वाले अंधेपन को अक्सर शुरुआती उपचार से रोका जा सकता है।

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    ग्लूकोमा के लक्षण क्या हैं?

    • रोशनी के चारों ओर रंगीन छल्ले नज़र आना
    • आंखों की रोशनी खोना
    • आंखों में रेडनेस
    • आंखों में धुंधलापन
    • पेट ख़राब होना या उल्टी होना
    • आंखों में दर्द महसूस होना

    ग्लूकोमा के कारण क्या होते हैं?

    आपकी आंख के अंदर का तरल पदार्थ, जिसे aqueous humor कहा जाता है, आमतौर पर एक जाली जैसे चैनल के माध्यम से आपकी आंख से बाहर बहता है। अगर यह चैनल अवरुद्ध हो जाता है या आंख बहुत अधिक तरल पदार्थ का उत्पादन कर रही है, तो यह जमा होने लगता है। यह चैनल अवरुद्ध होने से आंखों पर प्राकृतिक दबाव (इंट्राओक्यूलर प्रेशर) बढ़ सकता है, जिसका सीधा असर हमारी ऑप्टिक नर्व पर पड़ता है। जितना यह हमारी ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचाएगा, वक्त के साथ आंखों की रोशनी कम होती चली जाती है।

    ग्लूकोमा के जोखिम कारक क्या हैं?

    • हाई इंटरनल आई प्रेशर, जिसे इंट्राओक्युलर के रूप में भी जाना जाता है
    • 55 से अधिक उम्र
    • एशियाई मूल के लोगों में इसका खतरा अधिक होता है
    • ग्लूकोमा का पारिवारिक इतिहास
    • कुछ चिकित्सीय स्थितियां,जैसे डायबिटीज, माइग्रेन, हाई बीपी और सिकल सेल एनीमिया
    • कॉर्निया जो बीच में पतली होती हैं
    • अत्यधिक पास या दूर से देखने में परेशानी
    • आंख में किसी प्रकार की सर्जरी
    • लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड का इस्तेमाल

    ग्लूकोमा का इलाज कैसे किया जाता है?

    ग्लूकोमा का वक्त पर इलाज न होने से अंधापन तेजी से विकसित हो सकता है। उपचार अतिरिक्त आंखों की हानि को धीमा कर सकता हैं, लेकिन अगर आपकी आंखों की रोशनी जा चुकी है तो इसको रिवर्स करने का कोई तरीका नहीं है। इसलिए, अगर आंखों में दर्द, गंभीर सिरदर्द या आंखों संबंधी समस्याएं हों, तो तुरंत आंखों के स्पेशलिस्ट को दिखाना महत्वपूर्ण है।

    दवाएं: कई प्रकार की प्रिस्क्रिप्शन आई ड्रॉप्स से ग्लूकोमा का इलाज किया जा सकता है क्योंकि, ग्लूकोमा एक आजीवन स्थिति है, इसलिए आपको जीवन भर रोज़ाना आई ड्रॉप का उपयोग करने की आवश्यकता हो सकती है। आपको इन्हें दिन में एक से अधिक बार डालना पड़ सकता है।

    लेजर थेरेपी: आपके डॉक्टर आपकी आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद के लिए लेजर का उपयोग कर सकते हैं। डॉक्टर आपको आई ड्रॉप की बजाय या आई ड्रॉप के अलावा फस्ट लाइन थेरेपी के रूप में लेज़र का सुझाव दे सकता है। लेज़र उपचार कराने से आई ड्रॉप का उपयोग बंद नहीं सकता है। लेजर उपचार के परिणाम अलग-अलग होते हैं लेकिन कुछ मामलों में वर्षों तक रह सकते हैं।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Courtesy: Freepik