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    दिल-ओ-दिमाग को बीमार बनाता है Social Media, जानें इसके 5 मुख्य साइड इफेक्ट्स

    Updated: Sun, 02 Jun 2024 07:24 AM (IST)

    इन दिनों हर किसी की लाइफ सोशल मीडिया के इर्द-गिर्द घूमता दिखाई देती है। लोगों को इन वेबसाइट्स की लत लग चुकी है जिसकी वजह से वह एक पल भी सोशल मीडिया के बिना नहीं रह पाते। बच्चों से लेकर बड़े तक इन दिनों विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि इन साइट्स का ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

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    सोशल मीडिया के 5 साइड इफेक्ट्स (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया आज की लाइफस्टाइल का एक अहम हिस्सा बन चुका है, जिसके बिना लोगों का समय व्यतीत नहीं होता। इन दिनों लगभग हर किसी के पास स्मार्टफोन है, जिसपर वह अपने दिन का ज्यादातर समय बिताते हैं, लेकिन जैसाकि कहा जाता है कि किसी भी चीज की अति सेहत के लिए हानिकारक होती है। सोशल मीडिया के मामले में भी ऐसा ही है। जरूरत ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल कई समस्याओं की वजह बन सकता है।

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    साल 2019 में हुए एक शोध के अनुसार टीनएजर जो प्रतिदिन कम से कम 3 घंटे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं, उनमें डिप्रेशन, एंजाइटी और गुस्से की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे सोशल मीडिया के 5 साइड इफेक्ट्स के बारे में-

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    मोटापा

    फोन और सोशल मीडिया एडिक्शन के कारण लोग अपने बेड से नहीं उठ रहे हैं। खाना खाते समय भी रील्स और विडियो चल रहे होते हैं। इस तरह खाना एक प्रकार से बेसुध होकर खाया जाता है और निष्क्रिय जीवनशैली हो जाती है जिसके कारण वजन बढ़ने लगता है और व्यक्ति मोटापा और इससे संबंधित अन्य बीमारियों की चपेट में आते जाता है।

    फोकस और क्लैरिटी में कमी

    सोशल मीडिया तमाम सच और झूठ इन्फॉर्मेशन का भंडार है। ऐसे में दिमाग में कई प्रकार की इन्फॉर्मेशन स्टोर होते जाती है, जिसमें से अधिकतर बेकार और फिजूल की होती हैं। ये दिमाग के क्रिएटिव कोने पर कब्जा कर के इसे निष्क्रिय बनाती जाती है, जिससे इंसान का फोकस कम होते जाता है। हर समय मेल, मैसेज, नोटिफिकेशन, कॉल, टेक्स्ट मैसेज के लोड से किसी एक बात पर शांति से विचार करने की क्षमता घट जाती है और दिमाग हर समय अव्यवस्थित रहता है।

    ट्रेंडिंग की भेड़ चाल

    सोशल मीडिया का बहुत बड़ा औजार है, वो काम करना जो ट्रेंडिंग में हो। फिर वो चाहे कपड़े हो, खाना हो, फैशन हो या गाना हो। सभी के अंदर ट्रेंडिंग थीम के अनुसार रील या वीडियो बनाने की होड़ सी मची रहती है। इस भेड़ चाल से यूथ अपना कीमती समय, वर्तमान और भविष्य दोनों ही बरबाद करते हैं।

    नींद पूरी न होना

    आजकल लगभग सभी की ये आदत बन चुकी है कि सोते समय फोन चेक कर के ही सोना है। कभी-कभी तो घंटों रील देखने में समय का पता ही नहीं चलता है, जिससे नींद बाधित होती है। इससे इनसोम्निया और अन्य स्लीप डिसऑर्डर होते हैं।

    प्राइवेसी बाधित होती है

    सोशल मीडिया पर लोग अपनी पूरी जानकारी, अपडेट, फोटो, वीडियो और लोकेशक शेयर कर देते हैं जिससे हैकिंग, फोटो का मिसयूज और अन्य प्राइवेसी बाधित करने वाली घटनाएं हो सकती है।

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