बुजुर्गों को सेहतमंद रखने में बेहद कारगर हैं ये 5 प्राणायाम, जानें इसके फायदे
घर के बुजुर्गों का टहलना-फिरना बंद है तो उन्हें दें प्राणायाम कहने की सलाह। जो सेहतमंद रखने के साथ ही उनकी इम्यूनिटी को भी रखेंगे बरकरार।
घर में रह रहे बुजुर्गों के लिए वर्कआउट और एक्सरसाइज कर पाना बेशक पॉसिबल नहीं तो ऐसे में इम्यूनिटी को बढ़ाने और हेल्दी रहने के लिए ऐसे क्या करें, ये एक बड़ा सवाल है। तो इसका आसान जवाब हैघर में रह रहे बुजुर्गों के लिए वर्कआउट और एक्सरसाइज कर पाना बेशक पॉसिबल नहीं तो ऐसे में इम्यूनिटी को बढ़ाने और हेल्दी रहने के लिए ऐसे क्या करें, ये एक बड़ा सवाल है। तो इसका आसान जवाब है प्राणायाम। जी हां, इसे करने के लिए किसी तरह की भागदौड़ नहीं करनी पड़ती। बस आराम से घर या छत पर मैट लगाकर बैठ जाएं और बीस से तीस मिनट तक कुछ दिनों तक लगातार इसका अभ्यास करें। कुछ हफ्तों के अभ्यास के बाद आप फर्क महसूस करने लगेंगे।
तो प्राणायाम में किस तरह के अभ्यास घर के बड़े-बुजुर्गों के लिए हैं आसान और क्या हैं इसके फायदे, जानें यहां..
पांच तरह के प्राणायाम कर श्वसन तंत्र को मजबूत कर रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। ये पांच प्राणायाम में हैं भास्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम: विलोम, भ्रामरी और उदगीथ।
- भास्त्रिका: पाचन तंत्र, हृदय, फेफड़े और मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है। पित्त और कफ को संतुलित रखता है।
- कपालभाति: शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने में सहायक
- अनुलोम-विलोम: हृदय रोगियों को स्वस्थ रखने में सहायक
- भ्रामरी: तनाव से मुक्त रखने में सहायक
- उदगीथ: माइग्रेन और अवसाद से निजात दिलाता है
प्रतिदिन नियमित तौर पर योगासन करने से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है। इन्हीं की वजह से रोग से प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है। जब हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है कि कोई वायरस या कीटाणु हमें संक्रमित नहीं कर पाता है। हमारे शरीर की रोगों से लड़ने वाली यह प्रणाली उसे स्वमेय खत्म कर देती है। इस तरह महज योग से हम कोरोना से लड़ाई जीत सकते हैं। इसके साथ ही पांच प्राणायाम और पांच आसनों के जरिये रक्तचाप, तनाव, मुधमेह, हृदयरोग आदि से बचा जा सकता है। कोरोना वायरस के संक्रमण ज्यादातर उन्हीं लोगों के लिए खतरा हैं जो उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त हैं। इन आसनों को करने में अधिक समय नहीं लगता। अपनी दिनचर्या में कम से कम पांच मिनट तो निकाले ही जा सकते हैं। प्राणायाम।