Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Health Benefits of Fake Laughter: बेवजह हंसने से भी एंग्जाइटी से छुटकारा मिल सकता है, जानिए रिसर्च

    Health Benefits of Fake Laugh झूटी हंसी हंसते हुए हा हा हा करना भी हंसने के बराबर ही फायदेमंद है। एक युवा को रोजाना औसतन 17 बार जरूर हंसना चाहिए। हंसने से शरीर पर कई तरह के असर होते हैं जिनसे तनाव को भगाने में मदद मिलती है।

    By Shahina NoorEdited By: Updated: Tue, 23 Nov 2021 07:00 PM (IST)
    Hero Image
    हंसी के जरिए आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं, स्ट्रेस को दूर कर सकते हैं।

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हंसना हर हाल में अच्छी सेहत की निशानी है। हंसी के ठहाकें हमारी जिंदगी की जरूरत हैं। हंसने से ना सिर्फ हमारी सेहत इंप्रूव रहती है बल्कि बॉडी में ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ता है। खुश रहकर मुस्कुराकर हंस बोल कर आप ज़िंदगी की हर मुसीबत का मुकाबला कर सकते हैं। हंसी के जरिए आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं, स्ट्रेस को दूर कर सकते हैं। सांस फूलने की समस्या का भी उपचार कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आपको जब हंसी आए तभी आप हंसे। आप झूटी हंसी भी हंसते हैं तो आपकी सेहत को फायदा पहुंचता है यह बात एक रिसर्च में सामने आई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झूटी हंसी से मिलता है एंग्जाइटी से छुटकारा:

    अध्ययन के मुताबिक फेक हंसी भी आपको एग्जाइटी और तनाव से छुटकारा दिला सकती है। तनाव और बेचैनी को भगाने के लिए हंसना बेस्ट एक्सरसाइज है। हाल ही में ब्रिटेन के ब्रिंघटन में छठी कक्षा के बाद लाफ्टर थेरेपी को शामिल किया गया है, जिसमें चेहरे पर हंसी लाने का अभ्यास कराया जाता है। इसमें ताली बजाते हुए या डांसिंग करते हुए हा हा हा करके झूटी हंसी हंसने का अभ्यास किया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक झूटी हंसी हंसते हुए हा हा हा करना भी हंसने के बराबर ही फायदा पहुंचाता है।

    डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बॉडी की सेहत के लिए हंसना बेहद उपयोगी है। रिपोर्ट के मुताबिक एक युवा को रोजाना औसतन 17 बार जरूर हंसना चाहिए। हंसने से शरीर पर कई तरह के असर होते हैं जिनसे तनाव को भगाने में मदद मिलती है।

    ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में इवोल्यूशनरी साइकोलॉजी के प्रोफेसर रोबिन डनबार ने बताया कि हंसने की फिजिकल एक्टिविटी लंग्स में मौजूद डायफ्राम को पंप करती है। इससे लंग्स में मौजूद नकारात्मक एयर का निकास होने लगता है। इस प्रक्रिया में ब्रेन से इंडोर्फिन रसायन निकलता है, जो तनाव को कम करता है और हमें खुश रखता है।

    इंडोर्फिन हार्मोन किस तरह हमें रखता है खुश:

    इंडोर्फिन के रिलीज़ होने से पूरे शरीर को आराम मिलता है। इससे कार्टिसोल हार्मोन का स्तर कम हो जाता है जो तनाव को बढ़ाता है। इंडोर्फिन के कारण नाइट्रिक ऑक्साइड निकलता है जो मसल्स में आए तनाव को कम करता है। नाइट्रिक ऑक्साइड के कारण ब्लड वेसल्स भी चौड़े होने लगते हैं। यही वजह है कि झूटी हंसी हंसने से भी ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। झूटी हंसी हंसने से भी दिमाग के हाइपोथैलमस सक्रिय हो जाता है जो तनाव और एंग्जाइटी को कम करने में मदद करता है।