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    धीरे-धीरे खाने से सेहत को मिलेंगे 6 फायदे; यूं ही बड़े नहीं देते चबा-चबाकर, आराम से खाने की सलाह!

    क्या आप भी जरा सा वक्त बचाने के लिए जल्दबाजी में या चलते हुए खाना खाते हैं? अगर हां तो आपको एक बार यह आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। जल्दी-जल्दी खाना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए खाना हमेशा धीरे-धीरे खाना चाहिए (Benefits of Eating Slowly)। क्यों? क्योंकि धीरे-धीरे और चबा-चबाकर खाना खाने से हमारी सेहत को कई फायदे मिलते हैं। आइए जानें इसके बारे में।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Wed, 23 Apr 2025 10:07 AM (IST)
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    Slow Eating Benefits: क्यों धीरे-धीरे खाना चाहिए खाना? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज की तेज-रफ्तार जीवनशैली में अक्सर लोग जल्दबाजी में खाना खाते हैं। वक्त बचाने के लिए या तो जल्दी-जल्दी खा लेते हैं या फिर चलते-चलते खाना खाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है यूं जल्दबाजी में खाना खाना आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है (Healthy Eating Habits)। 

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    इसलिए खाना हमेशा धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए (Benefits of Chewing Food Slowly)। ऐसा करना न केवल पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद (Mindful Eating Benefits) होता है, बल्कि यह वजन कंट्रोल करने, पोषक तत्वों का बेहतर अब्जॉर्प्शन और मेंटल हेल्थ को भी सुधारता है। आइए जानते हैं कि धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाने के क्या-क्या फायदे हैं।

    धीरे-धीरे खाने के फायदे (Benefits of Eating Slowly)

    पाचन क्रिया को सुधारता है

    खाने को अच्छी तरह चबाने से लार में मौजूद एंजाइम्स (जैसे एमाइलेज) खाने के साथ मिलकर उसे पचाने में मदद करते हैं। अगर आप खाने को जल्दी निगल लेते हैं, तो पेट को खाना पचाने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे अपच, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। धीरे-धीरे खाने से खाना छोटे टुकड़ों में टूट जाता है और इसमें सलाइवा भी अच्छी तरह मिलता है, जिससे पाचन आसान हो जाता है।

     यह भी पढ़ें: क्या समय बचाने के लिए आप भी जल्दबाजी में खाते हैं खाना, तो इन समस्याओं को दे रहे हैं बुलावा

    वजन कंट्रोल करने में मदद

    जब आप धीरे-धीरे खाते हैं, तो दिमाग को यह सिग्नल मिलने में समय मिलता है कि आपका पेट भर चुका है। जल्दी-जल्दी खाते वक्त हमें पता नहीं चल पाता कि हमारा पेट कब भरा और हमें कितनी कैलोरी की जरूरत है।इसलिए जल्दी-जल्दी खाने वाले लोग ज्यादा कैलोरी ले लेते हैं, क्योंकि उन्हें पेट भरने का अहसास देर से होता है। इसके विपरीत, धीरे खाने वाले लोग जल्दी संतुष्ट हो जाते हैं, जिससे मोटापे का खतरा कम होता है।

    पोषक तत्वों का बेहतर अब्जॉर्प्शन

    अच्छी तरह चबाने से खाने के पोषक तत्वों को शरीर आसानी से अब्जॉर्ब कर लेता है। बिना चबाए निगले गए बडे टुकडे़ आंतों में पूरी तरह नहीं तोडे़ जाते, जिससे विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन का पूरी तरह अब्जॉर्ब नहीं हो पाते हैं।

    दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद

    खाने को चबाने से दांतों और मसूड़ों की एक्सरसाइज होती है, जिससे उनकी मजबूती बनी रहती है। इसके अलावा, चबाने की प्रक्रिया से लार का सीक्रेशन बढ़ता है, जो मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को कम करके दांतों की सड़न और मुंह की दुर्गंध से बचाता है

    तनाव कम करने में मददगार

    धीरे-धीरे खाने से आप माइंडफुल ईटिंग की प्रैक्टिस करते हैं, जो स्ट्रेस और एंग्जाइटी को कम करने में मददगार है। जब आप खाने का स्वाद लेते हुए खाते हैं, तो इससे शरीर को आराम मिलता है और मन शांत होता है।

    डायबिटीज का जोखिम कम होता है

    तेजी से खाने वाले लोगों में ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ने का खतरा रहता है, क्योंकि शरीर को इंसुलिन रिलीज करने का समय नहीं मिल पाता। धीरे खाने से ग्लूकोज धीरे-धीरे ब्लड में मिलता है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है

    माइंडफुल ईटिंग कैसे करें?

    • हर कौर को कम से कम 20-30 बार चबाएं।
    • खाते समय टीवी या मोबाइल से दूर रहें।
    • छोटे निवाले लें और उनका स्वाद लेकर खाएं।
    • खाने को जल्दबाजी में न खाएं, बल्कि शांत मन से आराम से खाएं।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।