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Mustard Oil in Ears: कहीं आप भी तो कान में तेल नहीं डालते, अगर हां तो जान लीजिए साइड इफेक्ट

Mustard Oil in Ears कान में कच्चा तेल डालकर कान के दर्द या कान की पपड़ी निकालने का उपचार नहीं किया जाता बल्कि कान में इंफेक्शन बढ़ता है। इतना ही नहीं कान में तेल डालने से कान का पर्दा भी फट सकता है।

By Shahina NoorEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 03:08 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 04:30 PM (IST)
Mustard Oil in Ears: कहीं आप भी तो कान में तेल नहीं डालते, अगर हां तो जान लीजिए साइड इफेक्ट
कान में कच्चा तेल डालने से कान में संक्रमण हो सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mustard Oil in Ears: कान में खुजली होना, नहाते समय कान में पानी भर जाना, या फिर कान में मैल होने से कान में पपड़ी जमना आम बात है। कान की इन परेशानियों में अक्सर हम सरसों का तेल कान में डालकर इन परेशानियां का उपचार करना चाहते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक कान में तेल डालकर इन परेशानियों का उपचार नहीं किया जाता, बल्कि कान में इंफेक्शन बढ़ता है। इतना ही नहीं कान में तेल डालने से कान का पर्दा भी फट सकता है। आप भी कान की समस्याओं का उपचार कच्चे सरसो के तेल से करते हैं तो जानिए उसके साइड इफेक्ट।

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कच्चा तेल कर सकता है संक्रमण:

कान में कच्चा तेल डालने से कान में संक्रमण हो सकता है। तेल में कई तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जिससे कान में संक्रमण होने का डर रहता है। कान में तेल डालने से कान में काफी दिनों बाद तक नमी बनी रहती है। ऐसे में जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो धूल और प्रदूषण के कणों से कान में गंदगी और मैल जमने लगता है जो कान में संक्रमण कर सकता है।

कान में तेल डालने के साइड इफेक्ट 

  • कुछ लोग काम में दर्द होने पर या फिर कान से कम सुनाई देने पर कान में तेल डाल लेते है, जिससे उनके कान का पर्दा फट भी सकता है और आप बहरे हो सकते हैं। कान में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर कान के डॉक्टर को दिखाएं खुद घर में तेल से उपचार नहीं करें।
  • कान में तेल डालने से ऑटोमाइकोसिस की बीमारी हो सकती है जिसके कारण परमानेंट हियरिंग डिसेबिलिटी की समस्या हो सकती है।
  • जब कान में मेल जमा हो जाता है तो कुछ लोग मेल को फुलाने के लिए कान में सरसो का तेल डाल लेते हैं। इस तेल की वजह से कान में नमी रहती है और उसपर धूल-मिट्टी आसानी से जमा हो जाती है। इससे कान का मैल बाहर निकलने की बजाय अंदर ही जमा हो सकता है और कान में गांठ भी आ सकती है।
  • अगर आपका कान का पर्दा फटा हुआ है तो आप कोई भी तेल यानि सरसो का तेल, जैतून का तेल या कोई अन्य तेल का इस्तेमाल नहीं करें। तेल डालने से मेल कान के पर्दे से अंदर जा सकता है और आपके कान के पर्दे को और ज्यादा नुकसान भी हो सकता है। 
  • कान में तेल डालने पर आपके कान के अंदर खुजली और दर्द हो सकता है। बच्चों के कान में तेल बिल्कुल भी नहीं डालें। 

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 


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