मामूली समझकर नजरअंदाज न करें लो बीपी की समस्या, इन टिप्स के साथ रखें अपना ख्याल
अगर किसी व्यक्ति का सिस्टोलिक बीपी हमेशा 90 से कम और डायस्टोलिक 60 से नीचे हो तो इसे लो ब्लड प्रेशर माना जाता है। ऐसा होने पर अपनी डाइट में नमक और तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ा दें और नियमति रूप से बीपी की जांच कराएं।

लो बीपी को ज्यादातर लोग सीरियल हेल्थ प्रॉब्लम नहीं समझते बल्कि बीपी लो होने से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है। चक्कर आना, नजर में धुंधलापन, सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हां, चॉकलेट या कॉफी पीकर कुछ देर के लिए आराम मिल सकता है लेकिन ये इसका परमार्नेट इलाज नही, तो किन बातों का ध्यान रखना लो बीपी में है जरूरी, आइए जान लेते हैं।
1. वक्त-बेवक्त के साथ बहुत हैवी डाइट अवॉयड करें।
2. लो बीपी में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीज़ें जैसे आलू, चावल, पास्ता और ब्रेड की मात्रा कम कर दें।
3. तनाव कम लें। स्ट्रेस से कुछ लोगों का ब्लडप्रेशर जहां बढ जाता है, वहीं कुछ लोगों का कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में मेडिटेशन फायदेमंद होता है। अपनी पसंद का कोई भी ऐसा काम करें, जिससे ब्रेन ऐक्टिव रहे। ऐसी गतिविधियों में भागीदारी बढाएं, जिनसे सच्ची खुशी मिलती हो।
4. अगर आपको लो बीपी की समस्या हो तो कभी भी झटके के साथ न उठें। इससे चक्कर आने और गिरने का खतरा रहता है। हमेशा धीरे-धीरे अपने पोस्चर में बदलाव लाएं।
5. डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों तो खाएं ही साथ ही फलों को भी जरूर शामिल करें। चुकंदर के जूस का रोजाना सेवन ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है।
6. जूस, छाछ, शिकंजी और लस्सी जैसी चीज़ें पीते रहें और पानी भी।
7. उपवास रखना अवॉयड करें और बहुत देर तक खाली पेट न रहें। हर दो-तीन घंटे के अंतराल पर थोडा-थोडा खाते रहें।
8. अगर ज्य़ादा कमजोरी महसूस हो तो तुरंत नींबू पानी में नमक-चीनी मिलाकर पिएं और अपने खानपान में नमकीन पदार्थों की मात्रा बढा दें।
9. बादाम और किशमिश में मौजूद मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस लो ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने में मददगार होते हैं। इसलिए रोजाना सुबह के वक्त नियमित रूप से पानी में भिगोए हुए 6-7 बादाम और 10-12 किशमिश का सेवन करें।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका ब्लड प्रेशर हमेशा संतुलित रहेगा।
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