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    इस मिनरल की कमी से भी घट सकता है Vitamin-D का लेवल, बचाव के लिए डाइट में शामिल कर लें ये चीजें

    Updated: Sun, 30 Mar 2025 03:20 PM (IST)

    विटामिन-डी की कमी (Vitamin-D Deficiency) एक आम समस्या बनती जा रही है। हालांकि इसकी कमी दूर करने के लिए सिर्फ धूप में बैठना और सप्लीमेंट्स लेना काफी नहीं है। विटामिन-डी हमारे शरीर में इनएक्टिव फॉर्म में होता है जिसे एक्टिव करने के लिए एक खास मिनरल की जरूरत होती है। आइए जानें विटामिन-डी की कमी से बचने के लिए कौन-सा मिनरल जरूरी है।

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    Vitamin-D Deficiency: विटामिन-डी एक्टिव करने के लिए जरूरी है यह मिनरल (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन-डी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी विटामिन है। हड्डियों की मजबूती, इम्यून सिस्टम और मानसिक स्वास्थ्य के लिए शरीर में विटामिन-डी की सही मात्रा होना बेहद जरूरी है। इसलिए इसकी कमी (Vitamin-D Deficiency) सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती है।

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    लेकिन क्या आप जानते हैं कि विटामिन-डी को सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए शरीर को एक मिनरल (How to Increase Vitamin-D Naturally) की जरूरत होती है। आइए जानते है कि विटामिन-डी को एक्टिव करने के लिए किस मिनरल की जरूरत होती है और इसकी कमी को कैसे पूरा किया जा सकता है। 

    विटामिन-डी के लिए जरुरी मिनरल  (Magnesium and vitamin D levels)

    विटामिन-डी को शरीर में एक्टिव करने के लिए मैग्नीशियम एक अहम को-फैक्टर के रूप में काम करता है। जब हम विटामिन-डी का लेते हैं या धूप से विटामिन-डी हासिल करते हैं, तो यह लीवर और किडनी में कुछ प्रक्रियाओं से गुजरता है, जिसके बाद यह एक्टिव रूप (एक्टिवेटेड विटामिन-डी या कैल्सिट्रियोल) में बदल जाता है। इस प्रक्रिया में मैग्नीशियम (Magnesium for Vitamin-D) की जरूरत होती है।

    अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो, तो विटामिन-डी ठीक से एक्टिव नहीं हो पाता, जिससे इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता। इसलिए मैग्नीशियम की कमी से विटामिन-डी का स्तर कम रह सकता है, भले ही आप भरपूर मात्रा में विटामिन-डी ले रहे हों। इसलिए, विटामिन-डी के बेहतर अब्जॉर्प्शन और इस्तेमाल के लिए मैग्नीशियम से भरपूर डाइट (Magnesium-Rich Foods) लेना जरूरी है।

    यह भी पढ़ें: 4 वजहें जो हो सकती हैं Vitamin-D की कमी के लिए जिम्मेदार, वक्त रहते हो जाएं सावधान!

    मैग्नीशियम के सोर्स (Magnesium-Rich Sources)

    मैग्नीशियम एक ऐसा मिनरल है, जो कई फूड आइटम्स में पाया जाता है। अगर आप हेल्दी डाइट लेते हैं, तो आपको भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम मिल सकता है। 

    • हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, मेथी, सरसों का साग, केल और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर सकते हैं।
    • नट्स और बीज- बादाम, काजू, अखरोट, कद्दू के बीज, तिल के बीज, सूरजमुखी के बीज और अलसी के बीज मैग्नीशियम के अच्छे सोर्स हैं। रोजाना एक मुट्ठी नट्स या बीज खाने से मैग्नीशियम की रोज की जरूरत पूरी हो सकती है।
    • साबुत अनाज- गेहूं, बाजरा, ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस और जौ जैसे साबुत अनाज में भी मैग्नीशियम पाया जाता है। रिफाइंड अनाज की जगह साबुत अनाज खाना फायदेमंद होता है।
    • दालें और फलियां- चना, राजमा, मूंग दाल, उड़द दाल, सोयाबीन और मसूर दाल जैसी दालें मैग्नीशियम का अच्छा सोर्स हैं। ये प्रोटीन के साथ-साथ मिनरल्स भी देती हैं।
    • डार्क चॉकलेट- कोको वाले डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी भी ज्यादा होती है।
    • केला और एवोकाडो- केले और एवोकाडो जैसे फलों में भी मैग्नीशियम पाया जाता है। ये फल पोटैशियम और फाइबर का भी अच्छा सोर्स हैं।
    • डेयरी प्रोडक्ट- दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स में भी मैग्नीशियम होता है। हालांकि, इसकी मात्रा दूसरे सोर्स के मुकाबले कम होती है।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।