Nuts For Diabetes: डायबिटीज़ से जूझ रहे लोगों को ज़रूर खाने चाहिए ये 5 तरह के नट्स
Nuts For Diabetes अगर आप बढ़े हुए ब्लड शुगर से जूझ रहे हैं तो आपको डाइट पर ध्यान देने की सख्त ज़रूरत है। ऐसे में ड्राईफ्रूट्स आपके काफी काम आ सकते हैं। ये न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखेंगे बल्कि सेहत को कई तरह से फायदा भी करेंगे।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Nuts For Diabetes: अगर आपको डायबिटीज़ है या हाल ही में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगा है, तो ऐसे में खाने को लेकर चिंता ज़्यादा हो जाती है। क्या खाएं और क्या न खाएं, एक बड़ी समस्या बन जाती है, ऐसा इसलिए क्योंकि डाइट टाइप-2 डायबिटीज़ को कंट्रोल में करने में अहम भूमिका निभाती है। अगर आप भी ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो नट्स आपकी इस दुविधा का समाधान हो सकते हैं।
नट्स यानी ड्राईफ्रूट्स मोनोसैचुरेटेड और पॉलीसैचुरेटेड फैट्स, फाइबर, विटामिन्स, खनिज पदार्थ और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं। डाइटीशियन्स का कहना है कि जब एक व्यक्ति नट्स का सेवन करता है, तो उसका पेट फौरन भर जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति खाना कम खाता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है।
हाई ब्लड शुगप में किस तरह के ड्राईफ्रूट्स होते हैं फायदेमंद
मूंगफली
यह भी फाइबर, प्रोटीन और फैट्स से भरपूर होती है, इसी के साथ इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसलिए मूंगफली शुगर के स्तर को बढ़ने से रोक सकती है।
बादाम
प्री-डायबिटीज़ में ग्लूकोज़ के स्तर को कंट्रोल करने के लिए बादाम का सेवन बेहद ज़रूरी है। बादाम में फाइबर, विटामिन-ई, मैग्नीशियम, और विटामिन-बी12 की अच्छी मात्रा होती है, इसलिए इसे स्नैक के तौर पर भी खाया जा सकता है।
अखरोट
यह ड्राईफ्रूट ओमेगा-3 से भरा होता है, जिसका उपयोग अखरोट का तेल बनाने में भी किया जाता है। अखरोट में प्रोटीन और पॉलीसैचुरेटेड फैट्स होते हैं। साथ ही अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स भी होते हैं, जो ग्लूकोज़ को कंट्रोल करने और भूख को दबाने में मददगार साबित होते हैं।
काजू
काजू में एंटी-डायबीटिक गुण होते हैं, जबकि फैट की मात्रा ज्यादा होती है। इसमें अधिक गुड फैट्स होते हैं, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों को फायदा पहुंचाते हैं। काजू का रोज़ाना सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है, जिससे दिल की बीमारी का ख़तरा टलता है। साथ ही यह ब्लड शुगर के स्तर को भी कम करता है।
पिस्ता
इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है और पिस्ता खाने से टाइप-2 डायबिटीज़ में ग्लायसेमिक इंडेक्स में सुधार भी किया जा सकता है। अगर आप डाइट में पिस्ता की अच्छी मात्रा का सेवन करते हैं, ग्लूकोज़, लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और पूरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी सुधार हो सकता है।
ड्राईफ्रूट्स वैसे तो सेहत के लिए बेहतरीन होते हैं, लेकिन अगर आप दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बगैर इनका सेवन न करें। खासतौर पर अगर आप दिल की बीमारी, कोलेस्ट्रॉल, हाइपरटेंशन आदि से ग्रस्त हैं। इन सभी नट्स का सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए, ताकि ब्लड शुगर का स्तर भी संतुलन में रहे।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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