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    Cristiano Ronaldo Heart Surgery: रोनाल्डो की 15 साल की उम्र में हुई थी हार्ट सर्जरी, टैचीकार्डिया से थे पीड़ित

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Fri, 29 Apr 2022 11:37 AM (IST)

    Cristiano Ronaldo Heart Surgery 15 साल की उम्र में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की हुई थी हार्ट सर्जरी। टैचीकार्डिया नाम की दिल की बीमारी से जूझ रहे थे जिसकी वजह से असामान्य तरह से बढ़ जाती हैं दिल की धड़कनें।

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    Cristiano Ronaldo Heart Surgery: बचपन में दिल की बीमारी से पीड़ित थे फुटबॉलर रोनाल्डो

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cristiano Ronaldo Heart Surgery: क्रिस्टियानो रोनाल्डो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक हैं। यह पुर्तगाली फुटबॉलर साल 2003 में उस वक्त पॉपुलर हुआ, जब उन्होंने इंग्लैंड के बेहतरीन क्लबों में से एक मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ अनुबंध किया। वह कुछ ही समय में सनसनी बन गए और फुटबॉल इतिहास में सर्वश्रेष्ठ फॉरवर्ड में से एक का खिताब जीता।

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    हालांकि, सभी को उस वक्त आश्चर्य हुआ, जब साल 2009 में डेली मेल के साथ एक साक्षात्कार में, उनकी मां डोलोरेस एवेइरो ने खुलासा किया कि बचपन में पुर्तगाल के इस कप्तान की दिल की सर्जरी हुई थी, जिससे उनका करियर लगभग ख़त्म हो गया था। उनकी मां ने बताया था कि जब वे भाग भी नहीं रहे होते थे, तब भी उनकी दिल की धड़ने तेज़ी से चलती थीं। डॉक्टर्स ने इस समस्या को किसी तरह के लेज़र की मदद से ठीक किया था। उनकी सर्जनी सुबह शुरू हुई और दिन के वक्त वे ऑप्रेशन थिएटर से बाहर निकले।

    उन्होंने आगे बताया, "जब हमें इस समस्या के बारे में नहीं पता था, उस वक्त मैं रोनाल्डो के करियर को लेकर काफी परेशान थी। मुझे लगा था कि उसे फुटबॉल खेलना छोड़ना होगा। लेकिन इलाज सही तरीके से हो गया और वह दोबारा ट्रेनिंग पर लौट सका।"

    रिपोर्ट्स के अनुसार, 37 साल का यह खिलाड़ी टैचीकार्डिया नाम की दिल की बीमारी से जूझ रहा था, जिसमें दिल की धड़ने समान्य से कहीं तेज़ हो जाती हैं।

    टैचीकार्डिया से जूझ रहे थे क्रिस्टियानो रोनाल्डो

    अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, टैचीकार्डिया का मतलब हृदय गति से है, जो बहुत तेज़ हो। वयस्कों के लिए, प्रति मिनट 100 बीट से अधिक की हृदय गति को बहुत तेज़ कहा जाता है। टैचीकार्डिया का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज़ इसके किस प्रकार से जूझ रहा है। विशेषज्ञों का मानना ​​​​है कि यह दुर्लभ हृदय स्थिति दिल की विफलता, अचानक कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और यहां तक ​​कि मौत का कारण बन सकती है।

    टैचीकार्डिया के प्रकार और इसके कारण

    टैचीकार्डिया के कई प्रकार हैं और सामान्य प्रकारों में शामिल हैं:

    साइनस टैक्काडिया

    साइनस टैक्काडिया का मतलब दिल की धड़कनों से होता है, जो सामान्य से तेज़ होती हैं लेकिन नियमित लय के साथ होती हैं। यह मानसिक या शारीरिक तनाव, बुखार, कुछ दवाओं के उपयोग और कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकता है।

    सुप्रावेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया

    इस प्रकार का टैचीकार्डिया एक त्वरित हृदय ताल से जुड़ा होता है, जो हृदय के ऊपरी कक्षों में होती है। जिसमें दिल की धड़कनें अचानक तेज़ी से बढ़ती हैं और फिर रुक जाती हैं।

    दिल की अनियमित धड़कन

    टैचीकार्डिया का सबसे आम प्रकार, A-fib दिल के ऊपरी कक्षों (एट्रिया) में अनियमित विद्युत संकेतों से जुड़ा होता है, जिससे दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है।

    एट्रायल फ्लटर

    यह A-fib की तरह का ही होता है, लेकिन अधिक संगठित हृदय ताल के साथ।

    वेंट्रीकुलर टैचिकार्डिया

    यह प्रकार निचले हृदय कक्षों (वेंट्रिकल्स) में शुरू होता है और असामान्य हृदय संकेतों से जुड़ा होता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं और कुछ दवाओं के उपयोग के कारण होता है।

    वेंट्रीकुलर फिब्रिलेशन

    वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन अराजक विद्युत संकेतों को संदर्भित करता है जो कंपकंपी का कारण बनता है। यह एक गंभीर हृदय संबंधी गड़बड़ी है जो जटिलताओं और मृत्यु का कारण बन सकती हैं, जब तक कि हृदय की लय बहाल नहीं हो जाती।

    टैचीकार्डिया के लक्षण

    क्योंकि टैचीकार्डिया की वजह से हृदय की धड़कने सामान्य से अधिक तेज़ हो सकती हैं, इसलिए ऐसा भी हो सकता है कि यह हृदय को शरीर के बाकी हिस्सों में पर्याप्त रक्त पंप करने की अनुमति न दे। जिसकी वजह से कुछ लक्षण नज़र आने लगते हैं।

    - सीने में दर्द

    - सांस का फूलना

    - चक्कर आना

    - बेहोशी

    - दिल की धड़कनों का बढ़ना

    - दिल का तेज़ धड़कना

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।