Coronavirus Symptoms: क्या अलग होती है कोरोना वायरस की खांसी, ऐसे करें पहचान
Coronavirus Symptoms खांसते वक्त हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर उन चीज़ों को बाहर निकालता है जिनसे तकलीफ पैदा हो रही है। जानें एक आम खांसी और कोविड खांसी में फर्क।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Symptoms: कोविड-19 से होने वाला संक्रमण SARS-CoV-2, एक सांस से जुड़ा वायरस है, जो अलग-अलग लोगों को अलग तरह से अटैक करता है। हालांकि, एक ऐसा लक्षण है जो सूखी खांसी के शुरुआती चिन्हों की ओर इशारा करता है, और वह है कोविड के दौरान एक अलग तरह की खांसी।
खांसते वक्त, हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर उन चीज़ों को बाहर निकालता है जिनसे तकलीफ पैदा हो रही है। एक आम खांसी और कोविड खांसी में अगर फर्क समझ सकें, तो समय रहते इलाज करवा सकते हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि 80 प्रतिशत मरीज़ जो कोरोना वायरस पॉज़ीटिव पाए जाते हैं, उनमें हल्के लक्षण ही दिखाई देते हैं। जिसमें खांसी, हल्का बुख़ार, सिर दर्द या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण शामिल हैं। कोरोना के गंभीर मामले सिर्फ 20 प्रतिशत लोग या वे लोग जो पहले से किसी बीमारी के शिकार हैं, उनमें देखे गए हैं। इसलिए, हल्के लक्षणों पर अगर ध्यान दिया जाए, तो कोरोना से जल्द ठीक हुआ जा सकता है।
कुछ महीनों पहले हुए शोध से ये समझा गया कि सभी हल्के लक्षणों वाले लोगों में कर्कश सूखी खांसी देखी गई, जो संक्रमण का शुरुआती लक्षण है।
कोरोना वायरस वाली सूखी खांसी को कैसे पहचानें?
सूखी खांसी आमतौर पर कोविड के रोगियों में होती है, लेकिन इसमें होने वाली खांसी विशेष या अद्वितीय नहीं होती। सूखी खांसी में बलग़म नहीं होता। सूखी खांसी में गले में गुदगुदी या गुजली महसूस होती है। यही वजह है कि ऐसी खांसी में बोलते वक्त कर्कश महसूस होती है या बैठे हुए गले की आवाज़ आती है। सूखी खांसी परेशान करने वाली होती। साथ ही ये ब्रॉनकाइटिस या आम जुकाम की वजह से भी हो सकती है।
कोविड में क्यों होती है सूखी खांसी?
अधिकांश COVID-19 के लक्षण इंफ्लामेशन के परिणाम के साथ श्वसन लक्षण पर हमला करने वाले वायरस की वजह से होते हैं। SARS-COV-2 वायरस कई गुणा बढ़ सकता है और ऊपरी पथ में वायुमार्ग को ब्लॉक कर सकता है और फेफड़ों में जाकर रुक जाता है, जिससे जलन शुरू हो जाती है और साथ ही फेफड़ों में इंफ्लामेशन। जब ये होता है, तो खांसी शुरू हो जाती है। सूखी खांसी के कोविड-19 के साथ जुड़ने का ये एक प्राथमिक कारण हो सकता है। आपको बता दें, कि बलग़म वाली खांसी भी कोविड-19 के मरीज़ों में देखी गई है, लेकिन ऐसे मरीज़ काफी कम हैं।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
क्योंकि कोरोना वायरस के लक्षण एक मौसमी खांसी या फ्लू की तरह शुरू होते हैं, इसलिए ये जानना मुश्किल हो जाता है कि आपके लक्षण आम फ्लू के हैं या फिर कोविड-19 के। ज़्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपकी खांसी एक हफ्ते से ज़्यादा तक चलती है, या फिर इसके साथ पेट से जुड़ी समस्या, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, सीने में दर्द महसूस होता है, तो फौरन कोरोना वायरस का टेस्ट कराएं।