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    Conjunctivitis: बरसात का मतलब कंजेक्टिवाइटिस का ख़तरा, बचने के लिए रखें इन 7 बातों का ख्याल

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Wed, 20 Jul 2022 04:20 PM (IST)

    Conjunctivitis बारिश अच्छे खुशनुमा मौसम के साथ कई तरह की बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ा देता है। इनमें सबसे आम बीमारियों में कंजेक्टिवाइटिस भी है। तो आइए जानें इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

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    Conjunctivitis: बरसात में तेज़ी से फैलता है कंजेक्टिवाइटिस

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Conjunctivitis: कंजेक्टिवाइटिस को आम भाषा में पिंक आई या आंखों का लाल हो जाना भी कहा जाता है। कंजेक्टिवाइटिस आंखों का ऐसा इन्फेक्शन है, जो वायरस या बैक्टीरिया की वजह से हो सकता है। यह बरसात के मौसम में होने वाला सबसे आम इन्फेक्शन है। मानसून में मौसम मं नमी के कारण यह संक्रमण तेज़ी से एक से दूसरी व्यक्ति में फैलता है। कंजेक्टिवाइटिस एलर्जी और केमिकल रिएक्शन की वजह से भी हो सकता है।

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    • कंजेक्टिवाइटिस के लक्षण

    • आंखों का लाल हो जाना
    • आंखों के आसपास खुजली होना
    • आंखों से पानी निकलना
    • आंखों से सुबह डिसचार्ज होना
    • आंखों में चुभन या दर्द होना

    कंजेक्टिवाइटिस से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

    1. हाथों को दिन में कई बार धोएं

    सभी तरह के वायरस और बैक्टीरिया से खुद को बचाकर रखने के लिए ज़रूरी है कि स्वच्छता का पालन किया जाए। अगर आप घर से बाहर ज़्यादा रहते हैं, तो बेहतर है कि अपने हाथों को दिन में कई बार धोएं।

    2. हाथों से आंखों को न छुएं

    बैक्टीरिया या वायरस के लिए हाथों के ज़रिए हमारी आंखों तक इन्फेकशन को पहुंचाना आसान है। चाहे आप हाथों और चेहरे को दिन में कई बार क्यों न धो रहे हो, फिर भी आंखों पर हाथ लगाने से बचें। चेहरे को छूने से कंजेक्टिवाइटिस के साथ और भी इन्फेक्शन हो सकते हैं।

    3. चेहरे पर साफ तौलिए का ही इस्तेमाल करें

    तौलिए की मदद से बैक्टीरिया और वायरस आपकी आंखों तक आसानी से पहुंच सकता है। जब हम चेहरे को पोछते हैं, तो हमारी आंखे तौलिए के संपर्क में आ जाती हैं। बारिश के मौसम में तौलिए अक्सर गीले रह जाते हैं, जिससे उनमें बैक्टीरिया पनप सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि हर एक-दो दिन में तौलिए को बदल लें।

    4. तौलिया किसी और से शेयर न करें

    किसी और का इस्तेमाल किया हुआ तौलिया कभी भी यूज़ न करें। कंजेक्टिवाइटिस तेज़ी से एक से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, इसलिए अपना तौलिया दूसरों से अलग ही रखें।

    5. एक्सपायर हो चुके मेकअप का इस्तेमाल न करें

    कई महिलाएं ब्यूटी या फिर एक्सपायर हो चुके प्रोडक्ट को भी इस्तेमाल कर लेती हैं। ऐसा करने से कंजेक्टिवाइटिस के साथ दूसरे कई इंफेक्शन हो सकते हैं।

    जिसमें पिंपल्स और रैशेज़ भी शामिल हैं।

    6. आंखों की दवा को इस्तेमाल से पहले जांच लें

    मेकअप की तरह आंखों से संबंधित दवाओं की डेट भी चेक करें और उसके बाद ही उपयोग करें। इसके अलावा दूसरे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का भी ख्याल रखें जिनसे कंजेक्टिवाइटिस या दूसरे इन्फेक्शन हो सकते हैं।

    7. तकिए का कवर नियमित तौर पर बदलें

    तकिया एक और ऐसी चीज़ है जो हमारे चेहरे के संपर्क में रोज़ आता है। हफ्तों तक एक ही पिलो कवर के इस्तेमाल से भी बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन हो सकते हैं। जो आंखों के अलावा, नाक, मुंह और चेहरे को प्रभावित कर सकते हैं।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Credit: Freepik

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